Coronavirus: दिल्ली में 73 साल के बुजुर्ग ने दी कोरोना को मात, अस्पताल से मिली छुट्टी
Coronavirus लोकनायक अस्पताल में भर्ती 73 साल के बुजुर्ग मनमोहन ने कोरोना को मात देकर घर लौट गए हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के बढ़तें मामलों के बीच एक बुजुर्ग ने अपने जब्जे से मिशाल पेश की है। लोकनायक अस्पताल में भर्ती 73 साल के बुजुर्ग मनमोहन सिंह ने कोरोना को मात दे दी है। इलाज के बाद बुजुर्ग स्वस्थ हो गए हैं और उन्हें मंगलवार दोपहर को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। मनमोहन को जब अस्पताल से छुट्टी मिली उस वक्त दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन भी मौजूद रहे।
मिली जानकारी के अनुसार, बुजुर्ग की जांच रिपोर्ट अब निगेटिव आयी है। जिसके बाद अस्पताल ने डिस्चार्ज का फैसला किया। फिलहाल बुजुर्ग को अभी सावधानी पूर्वक घर में रहने को कहा गया है।
बुजुर्गो के लिए घातक साबित हो रहा कोरोना
दुनिया के अन्य देशों की तरह भारत में भी कोरोना वायरस बुजुर्गो के लिए घातक साबित हो रहा है। कोरोना के कारण देश में अब तक हुई 109 मौतों का विश्लेषण करते हुए स्वास्थ्य मंत्रलय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि वैसे तो कुल मरीजों में 60 साल से अधिक उम्र के 19 फीसद लोग हैं, लेकिन मृतकों में उनकी संख्या 63 फीसदी से अधिक है। 30 फीसद मौतें 40 से 60 साल के लोगों की हुई है। जबकि इस आयु वर्ग के 34 फीसद लोग कोरोना से ग्रसित हैं। यानी इनके ग्रसित होने और मौत का अनुपात लगभग एक समान है। इस वायरस से सबसे सुरक्षित 40 साल से कम उम्र के युवा हैं।
देश में इससे ग्रसित 40 साल के कम उम्र के युवाओं की संख्या 47 फीसद है, जबकि मृतकों में इनकी संख्या सात फीसद ही है। हालांकि यदि युवा भी पहले से किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं, तो कोरोना उनके लिए घातक साबित हो सकता है। भारत में मृतकों में अभी 86 फीसद ऐसे लोग हैं, जिनमें डायबिटीज, किडनी, हाइपरटेंशन और दिल से संबंधित बीमारियां पहले से थीं। कोरोना के मरीजों का लैंगिक आधार पर विश्लेषण करें, तो अब तक मिले केस में 76 फीसद पुरुष और 24 फीसद महिलाएं हैं। मृतकों में महिलाओं का अनुपात थोड़ा ज्यादा है। मृतकों में 73 फीसद पुरुष और 27 फीसद महिलाएं हैं।