कांग्रेस ने GST का मतलब बताया 'गुंडा सर्विस टैक्स', दिल्ली में निकाली रैली
वस्तु एवं सेवा कर (GST) के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को दिल्ली के जंतर मंतर से लेकर संसद भवन तक का मार्च किया।
नई दिल्ली (जेएनएन)। कांग्रेस ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के विरोध में मंगलवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन की ओर जाने की कोशिश तो पुलिस ने बैरिकेड लगाकर उन्हें रोक दिया। उन्होंने जीएसटी को व्यापारी विरोधी बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की। इस मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जीएसटी के विरोध में जमकर नारेबाजी की और जीएसटी को गुंडा सर्विस टैक्स के नाम से संबोधित किया।
प्रदर्शन की अगुआई कर रहे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि जीएसटी ने छोटे व मध्यम उद्योग व कारोबार के साथ ही आम लोगों को भी प्रभावित किया है। लोग बेरोजगार हो रहे हैं और महंगाई बढ़ रही है।
अजय माकन ने कहा कि केंद्र सरकार के इस कदम के खिलाफ संसद में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में लड़ाई लड़ी जा रही है। कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर व्यापारियों व आम जनता के हित में संघर्ष कर रहे हैं। कांग्रेस सरकार के समय प्रस्तावित जीएसटी में कर की अधिकतम सीमा 14 फीसद रखी गई थी।
कांग्रेस रोटी, कपड़ा और मकान पर कोई कर नहीं लगाना चाहती थी। मोदी सरकार द्वारा लागू जीएसटी में छह स्लैब और अधिकतम 40 फीसद कर का प्रावधान है।
उन्होंने कहा कि आवश्यक वस्तुओं, सब्जियों के दाम आम लोगों की पहुंच से दूर हो रहे हैं। रसोई गैस सिलेंडर के दाम 32 रुपये बढ़ा दिए गए हैं।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीस चाको ने कहा कि मोदी सरकार ने गलत तरीके से जीएसटी लागू किया है। इस मौके पर दिल्ली के हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में तमाम ट्रेड एसोसिएशन के व्यापारी भी जुटे हुए थे।