दिल्ली विधानसभा के पास सरकार के खिलाफ कांग्रेस और भाजपा का प्रदर्शन, पुलिस ने की पानी की बौछार
दिल्ली में अपनी जमीन तलाश रही कांग्रेस ने गुरुवार को केजरीवाल सरकार के खिलाफ सिविल लाइन इलाके में जमकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस का आरोप है कि दिल्ली में कोरोना महामारी में केजरीवाल सरकार ने मैनेजमेंट ठीक तरीके से नही किया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली में अपनी जमीन तलाश रही कांग्रेस ने गुरुवार को केजरीवाल सरकार के खिलाफ दिल्ली विधानसभा के पास जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए पुलिस को पानी का बौछार करना पड़ा। मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प भी हुई। कांग्रेस का आरोप है कि दिल्ली में कोरोना महामारी में केजरीवाल सरकार ने मैनेजमेंट ठीक तरीके से नही किया जिसकी वजह से बहुत से मरीजों की असमय मौत हुई।
कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि दिल्ली सरकार ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान लापरवाही बरती। इसकी वजह से कई लोगों की जानें गई।
बताया जा रहा है कि प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोकने की कोशिश की। लेकिन वह नही माने और बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की।
दरअसल, आज से दिल्ली विधानसभा का मानसून सत्र शुरू की शुरुआत हो गई है। विधानसभा में कांग्रेस के पास कोई भी विधायक नही है। ऐसे में सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर उतरे। प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।
भाजपा ने भी खोला सरकार के खिलाफ मोर्चा
वहीं, भाजपा ने भी दिल्ली विधानसभा के पास मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरे। भाजपा का आरोप है कि दिल्ली सरकार दिल्लीवासियों की समस्याएं दूर करने और भ्रष्टाचार रोकने में विफल रही है। प्रदेश भाजपा महामंत्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा कोरोना संक्रमण को रोकने और मरीजों का समय पर इलाज कराने में सरकार पूरी तरह नाकाम रही है।
सरकार सिर्फ बयानबाजी और राजनीति करने में व्यस्त रही। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता शुद्ध पानी के लिए तरस रही है। दिल्ली जल बोर्ड द्वारा शुद्ध पानी की आपूर्ति नहीं की जा रही है। टैंकर माफिया को बढ़ावा दिया जा रहा है। भ्रष्टाचार की वजह से दिल्ली जल बोर्ड भारी घाटे में चल रहा है। लो फ्लोर बसों के रखरखाव के लिए जारी निविदा में अनियमितता की बात सामने आ चुकी है। गरीबों को मिलने वाला राशन गोदामों में सड़ गया।