केजरीवाल का दबाव काम आया, उत्तर प्रदेश और हरियाणा ने बॉर्डर खोले
केजरीवाल ने कहा कि जैसे ही हम बॉर्डर खोलेंगे देश भर से लोग दिल्ली में इलाज कराने के लिए आएंगे।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। दिल्ली सरकार को आशंका है कि दूसरे राज्यों से कोरोना पीड़ित दिल्ली की ओर रुख कर सकते हैं। ऐसा होता है तो दिल्ली के मरीजों के लिए निर्धारित सुविधाएं चौपट हो सकती हैं। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली बॉर्डर को एक सप्ताह के लिए सील कर दिया है। हालांकि मुख्यमंत्री इस पक्ष में नही हैं कि दिल्ली सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाएं दूसरे राज्यों के लोगों को न मिले। मगर सीमित साधनों को देखते हुए सरकार को यह फैसला लेना पड़ा है।
सीएम ने कहा दिल्ली सभी की है
मुख्यमंत्री ने कहा है कि दिल्ली सभी की है। दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाएं सबसे बेहतर होने के कारण देश भर से लोग इलाज कराने आते हैं। दिल्ली किसी का इलाज करने से मना नहीं कर सकती है। बॉर्डर खोलने पर कोविड बेड शीघ्र भर सकते हैं। इस कारण बॉर्डर खोलने को लेकर मुझे जनता का मार्ग दर्शन और सुझाव चाहिए।
पांच जून तक दे सकते हैं सुझाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार को शुक्रवार (5 जून) को शाम 5 बजे तक आपके सुझावों का इंतजार रहेगा। आप अपने सुझाव वाट््सएप नंबर 8800007722 या ईमेल पर भेज सकते हैं। इसके अलावा आप हेल्पलाइन नंबर 1031 पर कॉल करके भी सुझाव रिकॉर्ड करा सकते हैं। फिलहाल, एक सप्ताह के लिए बॉर्डर सील कर रहे हैं। इस दौरान आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। सरकारी कार्यालय के कर्मचारी अपना आइकार्ड दिखा कर आ-जा सकेंगे। अन्य लोग भी पास से आ-जा सकेंगे। हम मिले सुझावों पर विशेषज्ञों से चर्चा करने के बाद अगले सप्ताह ठोस फैसला लेंगे।
मुफ्त है इलाज
मुख्यमंत्री का कहना है कि दिल्ली में लोग इलाज कराने के लिए इसलिए आते हैं। दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में सबकुछ मुफ्त है। यदि आपके इलाज में 20 लाख रुपये भी खर्च होता है, तो वह मुफ्त है। केजरीवाल ने कहा कि जैसे ही हम बॉर्डर खोलेंगे, देश भर से लोग दिल्ली में इलाज कराने के लिए आएंगे। हमने 9500 बेड का इंतजाम किया है और दिल्ली में आज की तारीख में केवल 2300 मरीज भर्ती हैं। यदि बॉर्डर खोल दिए और देश भर से लोग इलाज कराने के लिए दिल्ली आ गए, तो पूरे बेड दो दिन के अंदर ही भर जाएंगे।