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Delhi: सफदरजंग अस्पताल में जल्द शुरू होगा सर्वाइकल कैंसर का टीकाकरण, राष्ट्रीय अभियान में किया जाएगा शामिल

विश्व कैंसर दिवस के मद्देनजर शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सफदरजंग अस्पताल में कैंसर स्क्रीनिंग रजिस्ट्री शुरू की गई। इसका मकसद लोगों की स्क्रीनिंग कर शुरुआती स्टेज में कैंसर की पहचान करना है। इसलिए लोग सफदरजंग अस्पताल में कैंसर की स्क्रीनिंग करा सकेंगे।

By Ranbijay Kumar SinghEdited By: Abhi MalviyaPublished: Sat, 04 Feb 2023 09:38 PM (IST)Updated: Sat, 04 Feb 2023 09:38 PM (IST)
अस्पताल में जल्द ही सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए एचपीवी (ह्यूमन पेपिलोमा वायरस) का टीकाकरण शुरू किया जाएगा।

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। विश्व कैंसर दिवस के मद्देनजर शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सफदरजंग अस्पताल में कैंसर स्क्रीनिंग रजिस्ट्री शुरू की गई। इसका मकसद लोगों की स्क्रीनिंग कर शुरुआती स्टेज में कैंसर की पहचान करना है। इसलिए लोग सफदरजंग अस्पताल में कैंसर की स्क्रीनिंग करा सकेंगे। साथ ही इस अस्पताल में जल्द ही सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए एचपीवी (ह्यूमन पेपिलोमा वायरस) का टीकाकरण शुरू किया जाएगा।

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जानिए चिकित्सा अधीक्षक ने क्या कहा?

अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. बीएल शेरवाल ने कहा कि एचपीवी का स्वदेशी टीका तैयार होने से केंद्र सरकार जल्द ही राष्ट्रीय टीकाकरण के अभियान में इसे शामिल करने वाली है। इसलिए अस्पताल में इस टीकाकरण की सुविधा शुरू करने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। गायनी ओपीडी में एक जगह निर्धारित होगी, जहां किशोरियों को यह टीका दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कैंसर स्क्रीनिंग रजिस्ट्री के तहत ओरल कैंसर, स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर इत्यादि की स्क्रीनिंग की जाएगी।

प्रोस्टेट कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए पीएसए जांच निशुल्क की जाएगी। इसी तरह सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए पैप स्मीयर जांच की जाएगी। कैंसर ऐसी बीमारी है जिसकी पहचान यदि शुरू कर में ली जाए तो इलाज संभव है। इसलिए अस्पताल के कर्मचारियों को भी निर्देश दिया है कि वे स्क्रीनिंग जरूर कराएं।

एम्स में कैंसर मरीजों के लिए बाल दान

एम्स के सर्जिकल ब्लाक में आयोजित एक कार्यक्रम में मेडिकल व नर्सिंग की छात्राओं सहित 80 लोगों ने बाल दान किए। जिसका विग बनाकर कैंसर मरीजों को निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। एम्स के छात्रों के संगठन व रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन ने एक गैर सरकारी संगठन के साथ मिलकर यह बाल दान का यह कार्यक्रम किया। कैंसर के मरीजों की कीमोथेरेपी के कारण गिर जाते हैं।

डाक्टरों का कहना है कि कीमो के कारण बाल झड़ने से मरीजों के मानसिक स्वास्थ्य पर उसका असर पड़ता है। कई मरीज मानसिक अवसाद में चले जाते हैं। बाल झड़ने पर ये विग लगाने मरीजों का मानसिक उत्साह बना रहता है। एम्स में पहले भी इस तरह के बाल दान का कार्यक्रम हो चुका है।


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