दिल्ली में अनाज बर्बाद मामले की हो उच्च स्तरीय जांच, भाजपा विधायक ने लिखा एलजी को पत्र
दक्षिणी दिल्ली के कई स्कूलों में रखे गए अनाज खराब होने को भाजपा ने दिल्ली सरकार की लापरवाही बताया है। पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर इसकी जांच कराने की मांग की है।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। दक्षिणी दिल्ली के कई स्कूलों में रखे गए अनाज खराब होने को भाजपा ने दिल्ली सरकार की लापरवाही बताया है। पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर इसकी जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि गरीबों को अनाज वितरित नहीं किया गया। उन्होंने इसके पीछे घोटाले की आशंका जताई है।
उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों से दिल्ली में आकर काम करने वाले कई लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है। पिछले वर्ष लाकडाउन के समय दिल्ली सरकार ने इन कामगारों को राशन देने की घोषणा की थी। इस योजना के अंतर्गत चार किलो गेहूं, एक किलो चावल के साथ दिल्ली सरकार द्वारा खाद्य सामग्री की एक किट भी तैयार करवाई गई थी जिसमें तेल, दाल, मसाले, चीनी इत्यादि सामग्री थी।
दिल्ली सरकार ने बाजार भाव से अनाज व अन्य सामग्री की खरीद की थी। स्कूलों में अनाज का भंडारण किया गया था। इसे बांटने के लिए प्रत्येक विधायकों को 25 सौ कूपन दिए गए थे। विधायक हस्ताक्षर कर जरूरतमंदों को कूपन देते थे जिससे राशन मिल सके।
उन्होंने कहा कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम क्षेत्र के स्कूलों में रखे गए राशन वितरित नहीं किए गए और खराब हो गए। इसी तरह से अन्य स्थानों पर भी राशन खराब हो जाने की जानकारी प्राप्त हो रही है। दिल्ली सरकार की लापरवाही के कारण गरीबों का राशन बर्बाद हो गया। उन्होंने कहा कि राशन व अन्य खाद्य सामग्री की खरीद और उसके वितरण की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बड़ा घोटाला है। सच्चाई सामने आनी चाहिए जिससे कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो सके।