दिल्ली विधानसभा सत्र: AAP-भाजपा नेताओं में दिखी तल्खी, 3 विधायकों का सदन से वॉकआउट
दिल्ली में बढ़ती ठंड का विधानसभा सत्र पर कोई असर नहीं दिख रहा। विधानसभा में हंगामें के दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दोनों नेताओं में तल्खी दिखी।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली में बढ़ती ठंड का विधानसभा सत्र पर कोई असर नहीं दिख रहा। शुक्रवार सत्र के दूसरे दिन विधानसभा में हंगामे के दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दोनों के विधायकों में जबरदस्त तल्खी दिखी। फाइनेंस कमीशन की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखते ही हंगामा शुरू हो गया। इसके बाद भाजपा के विधायक विजेंद्र गुप्ता, ओपी शर्मा एवं जगदीश प्रधान ने वॉकआउट कर दिया।
भाजपा के एतराज के बाद सत्ता पक्ष ने विजेंद्र गुप्ता पर मीडिया में गलत बयानबाजी का आरोप लगाया। इस पर विजेंद्र गुप्ता ने सदन में कहा यह पद सरकार की मेहरबानी से नहीं मिला है।
इससे पहले दो दिवसीय सत्र के पहले दिन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि मेट्रो फेज-4 की मंजूरी में देरी के लिए दिल्ली नहीं, बल्कि केंद्र सरकार दोषी है। केंद्र सरकार ने ही इस प्रोजेक्ट की फाइल पर बार-बार अड़चनें लगाई। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने तो इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत भी 57 हजार करोड़ रुपये बैठा दी थी, जबकि दिल्ली सरकार ने सिर्फ 46 सौ करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट मंजूर कर जनता के 11 हजार करोड़ रुपये की बचत की है। सिसोदिया गुरुवार को विधानसभा सत्र में एक दिन पूर्व मेट्रो फेज-4 को दिल्ली सरकार द्वारा मंजूरी देने पर रखे गए धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान बोल रहे थे।
दरअसल, सत्ता पक्ष के विधायक महेंद्र गोयल, सहीराम पहलवान, सुखबीर दलाल आदि विधायक इस मंजूरी के लिए सरकार को धन्यवाद दे रहे थे तो नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने इसे गुमराह करने वाला बताया। भाजपा विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी कमोबेश यही बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने पहले तो इस प्रोजेक्ट को तीन साल तक लटकाए रखा और अब इस पर वाहवाही लूटना चाह रही है।