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Delhi: घरेलू यात्रियों की संख्या को देख भविष्य के लिए तैयार हो रहा T-1, साल के अंत तक पूरी तरह बनकर होगा तैयार

इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर यात्रियों की सलाना आवाजाही इस दशक के अंत तक बढ़कर 14 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। इस तादाद में करीब करीब दो तिहाई हिस्सा घरेलू यात्रियों का होगा। यह टर्मिनल साल के अंत तक तैयार हो जाएगा।

By Gautam Kumar MishraEdited By: Abhi MalviyaPublished: Sat, 25 Mar 2023 12:26 AM (IST)Updated: Sat, 25 Mar 2023 12:26 AM (IST)
Delhi: घरेलू यात्रियों की संख्या को देख भविष्य के लिए तैयार हो रहा T-1, साल के अंत तक पूरी तरह बनकर होगा तैयार
इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर यात्रियों की सलाना आवाजाही इस दशक के अंत तक 14 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर यात्रियों की सलाना आवाजाही इस दशक के अंत तक बढ़कर 14 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। इस तादाद में करीब करीब दो तिहाई हिस्सा घरेलू यात्रियों का होगा। कुछ समय पहले सर्वे आधारित इस अनुमान की तस्दीक इन दिनों एयरपोर्ट पर घरेलू यात्रियों की आवाजाही के रुझान से भी होती है।

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घरेलू यात्रियों में बढ़ोतरी हर महीने देखी जा रही है। एयरपोर्ट संचालन से जुड़ी एजेंसी डायल ने इस रुझान के आधार पर दीर्घावधि योजना पर काफी पहले तैयारी शुरू कर दी थी। योजना के मुताबिक टर्मिनल 1 के टर्मिनल व एयरसाइड में सुविधाओं के विस्तार का कार्य जोर से चल रहा है। संभावना है कि इस वर्ष के अंत तक टर्मिनल 1 पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा।

टर्मिनल 1 से ही संचालित होंगी घरेलू उड़ानें

अभी टर्मिनल 1 के निर्माण का कार्य चल रहा है। नए टर्मिनल की इमारत के आगमन का हिस्सा अभी बनकर तैयार हुआ है। प्रस्थान के लिए अभी भी टर्मिनल की पुरानी इमारत का इस्तेमाल किया जा रहा है।

दोनों हिस्से के बीच काफी दूरी है। यात्रियों को एक हिस्से से दूसरे हिस्से जाने के लिए अभी डायल की ओर से बस सेवा उपलब्ध कराई जाती है। इसमें यात्रियों को काफी दिक्कत होती है, लेकिन निर्माण कार्य पूरा होने के बाद आगमन व प्रस्थान का कार्य एकीकृत इमारत से होगा। यह टर्मिनल 3 की तरह होगा, जहां उपर प्रस्थान व नीचे के हिस्से में आगमन की सुविधा है। करीब 1.70 लाख वर्ग मीटर में यह एकीकृत टर्मिनल फैला होगा। डायल का कहना है कि एकीकृत टर्मिनल के निर्माण के बाद घरेलू उड़ानों का संचालन टर्मिनल 1 से ही किया जाएगा।

विस्तार के बाद इस टर्मिनल पर यात्रियों की आवाजाही की क्षमता सलाना करीब 4 करोड़ तक पहुंच जाएगी। अभी यहां से करीब दो करोड़ यात्रियों की सलाना आवाजाही हो रही है। अभी घरेलू उड़ानें टर्मिनल एक के अलावा दो से तीन से भी संचालित हो रही हैं। लेकिन टर्मिनल एक के पूरी तरह बनने के बाद टर्मिनल 3 को पूरी तरह अंतरराष्ट्ररीय उड़ानों के लिए आरक्षित कर दिया जाएगा।

सुविधाओं का विस्तार

टर्मिनल 1 की इमारत के साथ यहां सुविधाओं के विस्तार पर भी ध्यान दिया जा रहा है। घरेलू यात्रियों की संख्या जब बढ़ेगी तब निश्चित तौर पर विमानों की आवाजाही में भी बढ़ोतरी होगी। इसे देखते हुए एयर साइड में विमानों के खड़े होने के लिए स्मार्ट एप्रन बनाए जा रहे हैं। एप्रन में करीब 82 विमानों के खड़े होने की जगह उपलब्ध होगी। यहां प्रवेश द्वार की संख्या को 8 से बढ़ाकर 13 करने की योजना है। विमान से उतरने के बाद यात्रियों को अपने बैगेज के लिए ज्यादा समय तक न रुकना पड़े, इसके लिए बैगेज बेल्ट की संख्या बढ़ाई जा रही है। ये बेल्ट पहले से अधिक बड़े होंगे।

क्यों बढ़ रही है यात्रियों की संख्या?

देश में नए नए एयरपोर्ट का विकास किया जा रहा है। इससे कई नए वायु मार्ग बने हैं। एयलाइंस भी नए नए जहाज खरीद कर अपनी फ्लीट का आकार बढ़ा रही है। देश की राजधानी होने के कारण सभी एयरलाइंस वाले नई दिल्ली के लिए सभी शहरों से एक सीधी उड़ान चाहते हैं। अधिकांश एयरपोर्ट से नई दिल्ली के लिए सीधी उड़ान की सुविधा उपलब्ध भी है। गंतव्य तक जल्द से जल्द पहुंचने की चाह में अब लोग हवाई जहाज से सफर को तरजीह देने लगे हैं। इन सभी का असर आइजीआइ एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी में साफ साफ नजर आता है।


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