Move to Jagran APP

Air Pollution in Delhi: प्रदूषण के मुद्दे पर कोई नहीं गंभीर, अहम बैठक में सांसद नदारद, 30 में से सिर्फ 4 अफसर आए

Air Pollution in Delhi दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषण शहर बन गया है तो इससे सटे शहरों नोएडा गाजियाबाद गुरुग्राम और फरीदाबाद का हाल भी बदहाल है।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 15 Nov 2019 07:39 AM (IST)Updated: Fri, 15 Nov 2019 06:04 PM (IST)
Air Pollution in Delhi: प्रदूषण के मुद्दे पर कोई नहीं गंभीर, अहम बैठक में सांसद नदारद, 30 में से सिर्फ 4 अफसर आए
Air Pollution in Delhi: प्रदूषण के मुद्दे पर कोई नहीं गंभीर, अहम बैठक में सांसद नदारद, 30 में से सिर्फ 4 अफसर आए

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Air Pollution 2019 Report: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं, अधिकारी हैं कि लापरवाही से बाज नहीं आ रहे हैं। शुक्रवार को होने वाली पार्लिटामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी ऑफ अर्बन डेवलपमेंट की बैठक में ज्यादातर सांसद और अधिकारी नदारद रहे और बैठक रद हो गई। वहीं, पूर्वी दिल्ली से बीजेपी के सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर निशाने पर हैं, क्योंकि वे इंदौर में जलेबी खाते देखे गए। वहीं, 30 में से सिर्फ 4 अफसर ही मीटिंग में पहुंचे।

loksabha election banner

गौरतलब है कि प्रदूषण के मुद्दे पर शुक्रवार को संसद की स्टैंडिंग कमिटी फॉर अर्बन डिवेलपमेंट की बैठक बुलाई गई थी। आम आदमी पार्टी ने गंभीर पर प्रदूषण को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया। बता दें कि गौतम गंभीर इंदौर में भारत-बांग्लादेश के बीच खेले जा रहे टेस्ट मैच में कॉमेंट्री कर रहे हैं।

इस बीच जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि शुक्रवार को एक बार फिर दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषण शहर बन गया है तो इससे सटे शहरों नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद का हाल भी बदहाल है। 

Delhi Air Pollution 2019 Report

  • नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी हालात बदतर हैं। यहां पर भी वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) 400-500 के बीच है। 
  • प्रदूषण के मद्देनजर odd-Even Scheme को आगे बढ़ा सकती है दिल्ली सरकार
  • बृहस्पतिवार को दिल्ली-एनसीआर पूरा दिन स्मॉग की चादर में लिपटा रहा। इसे इस मौसम का सबसे घना स्मॉग भी कह सकते हैं।
  • इसका असर दृश्यता पर भी पड़ा जो सुबह आठ बजे 500 मीटर थी। दिन में भी यह 800 मीटर से अधिक नहीं बढ़ी। सामान्य तौर पर दृश्यता का स्तर ढाई से तीन हजार मीटर रहता है।
  • एनसीआर के शहर का एयर इंडेक्स 400 से ज्यादा ही बना हुआ है।
  • आसमान के ऊपरी स्तर में छाए बादलों के कारण प्रदूषण से राहत नहीं मिल पा रही।
  • इससे पहले गुरुवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स 461 रहा। इस स्तर को आपात श्रेणी में रखा जाता है।

सोमवार को हो सकता है odd-Even की तारीख बढ़ाने का फैसला

वहीं, इस बीच दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) सरकार के मुखिया सीएम अरविंद केजरीवाल ने पत्रकार वार्ता में कहा कि दो दिन के दौरान प्रदूषण में कमी आने के आसार हैं। ऐसे में Odd-Even Scheme बढ़ाने पर फैसले सोमवार को लिया जाएगा। अगर जरूरत हुई तभी स्कीम को बढ़ाया जाएगा।

शुक्रवार को भी दिल्ली के साथ नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद समेत दर्जनभर शहरों में प्रदूषण बेहद खराब श्रेणी में है। दिल्ली के पूसा रोड में 777 और अशोक विहार में एयर क्वालिटी इंडेक्स 757 है, तो ओखला 722 है। इसके अलावा, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम के पास 733 और आरकेपुरम में 628 है। इस बीच खबर आ रही है कि दिल्ली सरकार बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर odd-Even Scheme को अगले कुछ दिनों तक बढ़ाने का एलान कर सकती है। 

वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) के मुताबिक, दिल्ली के लोधी रोड इलाके में पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर 500 बना हुआ है, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। वहीं, दिल्ली के कुछ इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 700 के पार चला गया है। 

देश में सबसे प्रदूषित शहर गाजियाबाद व नोएडा

जिला प्रशासन व उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) ने प्रदूषण फैला रहे रेलवे, एनएचएआइ व एक बिल्डर पर 2.14 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। शहर स्मॉग का चैंबर बना हुआ है। इसलिए निर्माण कार्य पर रोक है। इसके बावजूद सरकारी व निजी कार्यदायी संस्थाएं निर्माण कार्य जारी रखकर प्रदूषण फैला रही हैं।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़े देखे जाएं तो गाजियाबाद और नोएडा में प्रदूषण का स्तर मानक से पांच से छह गुना अधिक है। प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए प्रशासन व यूपीपीसीबी लगातार कार्रवाई कर रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी उत्सव शर्मा के मुताबिक, बृहस्पतिवार को प्रदूषण फैलाने पर रेलवे पर 11 लाख रुपये, सिद्धार्थ विहार में बिल्डर एपेक्स दा क्रेमलिन पर एक करोड़ एक लाख रुपये रुपये, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे का निर्माण कर रहे एनएचएआइ के ठेकेदार एपको कंपनी पर एक करोड़ एक लाख रुपये का जुर्माना लगाने के साथ साइट पर काम कर रहे नौ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। वहीं, एनएचएआइ पर भी एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।

वहीं, बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट ने गुरुवार को सभी एजेंसियों को जमकर फटकार लगाई। जनहित याचिका पर न्यायमूर्ति जीएस सिस्तानी व एजे भंभानी की पीठ ने कहा कि अदालत के पूर्व के आदेशों का अनुपालन किया गया होता तो दिल्ली आज इतनी प्रदूषित नहीं होती।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.