पुरानी संपत्तियों से डीडीए की झोली भरेंगे नए उपाध्यक्ष, ऑनलाइन पंजीकरण शुरू
डीडीए चाहता है कि संपत्तियों की नीलामी से जहां एक ओर डीडीए को अतिरिक्त राजस्व की प्राप्ति होगी। वहीं दूसरी ओर इन्हें अतिक्रमण या अवैध कब्जा होने से भी बचाया जा सकेगा।
नई दिल्ली, संजीव गुप्ता। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) अब पुरानी व्यावसायिक संपत्तियों से भी अपनी झोली भरेगा। अतीत की गलतियां सुधारते हुए न केवल ऐसी संपत्तियों की कीमतों में कमी की गई है बल्कि जरूरत के मुताबिक इनकी मरम्मत और साज सज्जा भी कराई गई है।
प्रशासनिक सुधार को गति
गौरतलब है कि जिस तरह अनदेखी के कारण दिल्ली में डीडीए की काफी जमीन अतिक्रमण और अवैध कब्जे में फंसी पड़ी है, उसी तरह से हजारों की संख्या में व्यावसायिक संपत्तियां भी जहां तहां जर्जर हो रही हैं। डीडीए के नए उपाध्यक्ष तरुण कपूर ने प्रशासनिक सुधार को गति देने के साथ-साथ ऐसी संपत्तियों की भी सुध ली है।
संपत्तियों की सूची तैयार
जानकारी के मुताबिक विभिन्न क्षेत्रों में अनदेखी का शिकार ऐसी संपत्तियों की सूची तैयार की जा रही है। पहले चरण में 151 संपत्तियों की ई-नीलामी का नोटिस भी निकाल दिया गया है। दूसरे चरण में 190 संपत्तियां नीलाम की जाएंगी। डीडीए चाहता है कि ऐसी संपत्तियों की नीलामी से जहां एक ओर डीडीए को अतिरिक्त राजस्व की प्राप्ति होगी। वहीं दूसरी ओर इन्हें अतिक्रमण या अवैध कब्जा होने से भी बचाया जा सकेगा। दिल्ली विकास प्राधिकरण के आला अधिकारी बताते हैं कि इन संपत्तियों में दुकानें, कार्यालय, क्योस्क और थड़े इत्यादि शामिल हैं। सभी फ्री-होल्ड आधार पर नीलाम की जाएंगी। बुराड़ी में एक रेस्तरां भी है।
ऑनलाइन पंजीकरण शुरू
संपत्तियों की नीलामी में भाग लेने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण सोमवार से शुरू हो चुका है जोकि 12 नवंबर तक चलेगा। उन्होंने बताया कि पश्चिमी जोन के तहत जनकपुरी, अंबिका विहार, पश्चिम विहार और हस्तसाल में ऐसी 23 संपत्तियां हैं। इनकी नीलामी 19 नवंबर को होगी। पूर्वी जोन के तहत योजना विहार, दिलशाद गार्डन, ङिालमिल कालोनी, कोंडली और घरोली में 13 संपत्तियां हैं। इनकी नीलामी 20 नवंबर को होगी।
कब होगी नीलामी
दक्षिणी जोन के तहत फ्रेंडस कॉलोनी, वसंत कुंज और सरिता विहार में ऐसी सात संपत्तियां हैं। इनकी नीलामी 22 नवंबर को की जाएगी। रोहिणी जोन के तहत 56 संपत्तियां हैं। इनकी नीलामी 23 नवंबर को होगी। उत्तरी जोन के तहत लारेंस रोड, हडसन लाइन, नरेला, शालीमार बाग, पीतमपुरा और जहांगीर पुरी में ऐसी 50 संपत्तियां हैं। इनकी नीलामी 26 नवंबर को होगी।
कीमतों में किया गया संशोधन
डीडीए के उपाध्यक्ष तरुण कपूर का कहना है कि डीडीए की काफी व्यावसायिक संपत्तियां इसलिए बिना बिकी पड़ी हैं क्योंकि कहीं इनकी कीमतें थोड़ी ज्यादा थीं और कहीं इनकी हालत खस्ता हो रही थी। हमने अब जरूरत के अनुरूप इन संपत्तियों की कीमतों में भी संशोधन किया है और इनकी स्थिति भी ठीक कराई है। इनकी बिक्री से डीडीए को भी राजस्व मिलेगा।