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DDA News: दिल्ली की नरेला उपनगरी के विकास पर खर्च होंगे 824 करोड़, पढ़िए पूरी प्लानिंग

DDA News अनुमोदन समिति (ईएसी) ने नरेला के सेक्टर जी-2 तथा जी-6 के विकास के लिए लगभग 824.73 करोड़ रु० की लागत की विभिन्न विकास योजनाओं को अनुमोदित किया है। इसके तहत लगभग 50 करोड़ रुपये की लागत से 10 किलोमीटर की 20 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण होगा।

By Pradeep ChauhanEdited By: Published: Fri, 29 Oct 2021 03:52 PM (IST)Updated: Fri, 29 Oct 2021 04:05 PM (IST)
दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) लगभग 824 करोड़ रुपये खर्च करेगा।

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। नरेला उपनगरी को आधुनिक शहर के रूप में विकसित करने के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) लगभग 824 करोड़ रुपये खर्च करेगा। इस राशि से उपनगरी में बेहतर परिवहन सुविधा, बिजली, पानी, सीवरेज, बरसाती नाले व अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। इसे द्वारका उपनगरी की तरह विकसित करने की योजना है। आने वाले दिनों में यहां कई आवासीय परियोजनाएं शुरू की जाएंगी।

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जल निकासी की होगी बेहतर व्यवस्था: डीडीए की अनुमान अनुमोदन समिति (ईएसी) ने नरेला के सेक्टर जी-2 तथा जी-6 के विकास के लिए लगभग 824.73 करोड़ रु० की लागत की विभिन्न विकास योजनाओं को अनुमोदित किया है। इसके तहत लगभग 50 करोड़ रुपये की लागत से 10 किलोमीटर की 20 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण होगा। बरसात के दिनों में दिल्ली में जलभराव की समस्या गंभीर हो जाती है। इसे ध्यान में रखकर नरेला उपनगरी में जल निकासी की बेहतर व्यवस्था की जाएगी। लगभग 117 करोड़ रुपये की लागत से बरसाती नालों का निर्माण होगा। लगभग 27.5 करोड़ रुपये जलापूर्ति लाइनों के निर्माण पर और 14 करोड़ रुपये चारदीवारी के निर्माण पर खर्च होंगे। जलापूर्ति एवं सीवरेज अवसंरचना के लिए 245 करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है।

कचरा रहित क्षेत्र होगा विकसितः बिजली आपूर्ति को बढ़ाने के लिए विद्युत ग्रिड सब-स्टेशन के निर्माण पर 138 करोड़ रुपये और स्ट्रीट लाइट के लिए पांच करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए 17 करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है। डीडीए का कहनवा है कि नरेला के इन सेक्टरों का विकास कचरा रहित क्षेत्र की अवधारणा पर आधारित होगा।

डीडीए के बजट में रखा गया है विशेष ध्यानः

डीडीए के 2021-22 के वार्षिक बजट में का एक बड़ा भाग नरेला उपशहर नगरी के विकास के लिए रखा गया है। इसके तहत मेट्रो के चौथे चरण में रिठाला-बवाना-नरेला कारिडोर बनाने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम तथा सड़क निर्माण के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को फंड देने का प्रविधान है। अप्रैल में इस क्षेत्र में फ्लाईओवर एवं रोड ओवर ब्रिज का उद्घाटन किया गया है। इससे घनी आबादी वाले नरेला और बवाना के बीच यातायात सुगम बनाने में मदद मिली है। इन प्रयासों से आने वाले समय में उत्तर-पश्चिम दिल्ली आवासीय एवं औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित होगा।


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