DDA Flats Collapse: द्वारका में बड़ा हादसा, घर की नींव खोदते समय ढह गई इमारत, एक मौत
DDA Building Collapse दिल्ली के द्वारका में बड़ा हादसा हो गया है। शनिवार को द्वारका में डीडीए की एक इमारत नींव खोदते वक्त गिर गई। इसके बाद कुछ समय के लिए वहां पर अफरातफरी मच गई। ताजा जानकारी के अनुसार एक शख्स की इस हादसे में मौत हो गई है।
नई दिल्ली [भगवान झा]। द्वारका के पोचनपुर इलाके में एक मकान के बेसमेंट निर्माण के दौरान बगल में स्थित डीडीए फ्लैट की दीवार व छत गिरने से जगदीश की मौत हो गई। वहीं, दस वर्षीय नाबालिग सहित दो लोग घायल हो गए। मौके पर पहुंची दमकल की टीम ने सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने इस मामले में मकान मालिक व ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर हिरासत में ले लिया है। इसके साथ ही निगम को भी नोटिस दिया गया है।
दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार दोपहर 2.18 बजे मकान ढहने की जानकारी दी गई। मौके पर तीन गाड़ियों को भेजा गया। मलबा हटाने के दौरान घायल हरवाई और दस वर्षीय प्रमोद को पहले बाहर निकाला गया। इसके बाद मलबे के बीच में फंसे जगदीश को अग्निशमन कर्मचारियों ने बाहर निकाला। अस्पताल में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस छानबीन में पता चला कि द्वारका सेक्टर 17 निवासी विरेंद्र सिंह मकान का निर्माण करा रहा था। मिश्रीलाल पंडित ने मकान बनाने का ठेका लिया था। कामगार मकान की नींव की खुदाई करने के बाद बेसमेंट में दीवार का निर्माण कर रहे थे। इस मकान के बगल में डीडीए का जर्जर फ्लैट है। जगदीश के पिता रघुवीर ने बताया कि वे मूल रूप से टीकमगढ़ मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं।
जगदीश अन्य कामगारों के साथ पिछले एक माह से कार्य कर रहा था। शनिवार दोपहर को सभी कामगार खाना खाने के बाद आराम कर रहे थे। इसी दौरान जर्जर फ्लैट की दीवार व छत ढह गई। इसमें जगदीश मलबे के नीचे दब गए। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पहले यह पता लगाया जा रहा है कि इस मकान का निर्माण वैध तरीके से हो रहा था या फिर अवैध तरीके से। इसके लिए निगम अधिकारियों से जानकारी मांगी गई है। निर्माणाधीन मकान व जर्जर इमारत के बारे में फोटो के साथ 28 अप्रैल 2022 को निगम को जानकारी दी गई थी।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त को सौंपी जांच
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त को सौंपी गई है। मामले में किस विभाग और किस व्यक्ति की लापरवाही है इसकी जांच की जा रही है। पुलिस उपायुक्त ने यह रिपोर्ट 24 घंटे में देने के निर्देश दिए हैं।