महिला आयोग ने जीबी रोड से छुड़ाई दो महिलाएं, दो माह पहले बेचा गया था
जीबी रोड से छुड़ाई गईं दोनों महिलाएं पश्चिम बंगाल की हैं। तीन दिन पहले भी जीबी रोड के कोठे से पश्चिम बंगाल की दो लड़कियां भांगी थीं। उनसे भी जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली महिला आयोग ने राजधानी के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया जीबी रोड से दो महिलाओं को मुक्त कराया है। दोनों महिलाओं को करीब दो-तीन माह पहले जबरन यहां के एक कोठे पर बेचा गया था। महिला आयोग को किसी तरह इनके बारे में सूचना मिली थी। इसके बाद बुधवार को महिला आयोग की टीम ने कोठे पर छापा मारकर दोनों महिलाओं को मुक्त करा दिया।
महिला आयोग के अनुसार दोनों महिलाएं मूलरूप से पश्चिम बंगाल की रहने वाली हैं। इन्हें नौकरी के बहाने दिल्ली लाया गया था। दो-तीन महीने पहले दोनों दिल्ली आयी थीं। यहां लाकर दलाल ने इन्हें जीबी रोड के बदनाम कोठों पर बेच दिया था। यहां इन महिलाओं से जबरन वैश्यवृत्ति कराई जाती थी। महिलाओं के विरोध करने पर उनसे मारपीट की जाती थी और तरह-तरह की यातनाएं दी जाती थीं।
तीन दिन पहले भी जीबी रोड से भागी थीं दो लड़कियां
इससे पहले शनिवार (आठ सितंबर) को भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था। उस दिन भी जीबी रोड के कोठे से दो लड़कियां भागकर पुलिस के पास पहुंच गईं थीं। लड़कियों ने पुलिस को बताया था कि उन्हें नौकरी का झांसा देकर पश्चिम बंगाल से दिल्ली लाया गया था। यहां लाने के बाद उन्हें कोठे पर बेच दिया गया। कोठे पर जबरन उनसे देह व्यापार कराया जाता था। विरोध करने पर उन्हें तरह-तरह की यातनाएं दी जाती थीं। लड़कियों की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए जीबी रोड स्थित कोठा संख्या-5211 की मालकिन रेशमा को गिरफ्तार कर लिया है। दूसरी मालकिन सायरा फरार हो गई थी।
जिस्मफरोशी का गढ़ है जीबी रोड
दिल्ली का जीबी रोड एरिया देश के कुछ बड़े और चर्चित रेड लाइट एरिया में है। सबको पता है कि यहां कोठों के नाम पर जिस्मफरोशी होती है। इसके लिए कई राज्यों से लड़कियों, बच्चियों और महिलाओं को तस्करी कर यहां लाया जाता है। ज्यादातर को दिल्ली में अच्छी नौकरी और जिंदगी का सपना दिखाकर लाया जाता है। इसके बाद जीबी रोड पर बेच दिया जाता है। वहां इनसे जबरम वैश्यावृत्ति कराई जाती है।