बिजली बिल के चेक से खुला अकाउंट में फ्रॉड का खेल, जानें चोरी की हैरान करने वाली कहानी
जनकपुरी थाना में दी गई शिकायत में एक बुजुर्ग ने कहा है कि उनके खाते से पैसे उड़ाने का यह खेल एक दो दिन नहीं बल्कि आठ दिनों तक चलता रहा, लेकिन बैंक की ओर से एक अलर्ट मैसेज नहीं आया।
पश्चिमी दिल्ली, जेएनएन। लोगों के खातों पर साइबर अपराधियों की पूरी नजर है। ये अपराधी कब किसके खाते से पैसे उड़ा ले, यह कोई नहीं जानता। जनकपुरी थाने में दी गई शिकायत में एक बुजुर्ग ने कहा कि उनके खाते से पैसे उड़ाने का यह खेल एक दो दिन नहीं, बल्कि आठ दिनों तक चलता रहा, लेकिन बुजुर्ग के पास बैंक की ओर से एक अलर्ट मैसेज तक नहीं आया।
बिजली बिल के चेक से खुला हेराफेरी का खेल
यह मामला उनके संज्ञान में तब आया, जब उन्होंने बिजली बिल की अदायगी के लिए चेक जारी किया। यह चेक उन्हें यह कहकर वापस भेज दिया गया कि उनके खाते में पर्याप्त पैसे नहीं है। अंत में निराश होकर बुजुर्ग ने बैंक अधिकारियों व पुलिस से उचित कार्रवाई की गुहार लगाई। बुजुर्ग ने कहा कि यदि उनके खाते से उड़ाई गई रकम वापस मिल जाएगी तो वे 51 हजार रुपये की राशि प्रधानमंत्री की केरल बाढ़ राहत कोष में जमा कराएंगे।
पुलिस ने शुरू की छानबीन
बहरहाल, पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, द्वारका निवासी एसके कौशल (82) रेलवे से सेवानिवृत्त हैं। जनकपुरी स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में इनका खाता है। द्वारका व जनकपुरी में दूरी के कारण ये अक्सर एटीएम से पैसे निकालते हैं। लेकिन, बीच-बीच में पासबुक अपडेट कराने जनकपुरी बैंक में आते रहते हैं।
चेक को बैलेंस नहीं रहने की बात कह कर लौटा दिया
तीन जुलाई को एक बैंक आइडीबीआइ बैंक के एटीएम से पैसे निकालने गए थे। इसके बाद 6 जुलाई को इन्होंने बिजली बिल की अदायगी के लिए एक चेक जारी किया। लेकिन, चेक यह कहकर लौटा दिया गया कि खाते में पर्याप्त राशि नहीं है।