तेल डलवाने के दौरान पेट्रोल पंप पर इन चीजों का रखें ध्यान, वरना खाते रहेंगे धोखा
ईंधन में मिलावट करना भी सबसे सस्ता और आसान तरीका होता है जिसके जरिए अधिकतर पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों को चूना लगाया जाता है।
नोएडा (जेएनएन)। पेट्रोल पंप पर चालाक कर्मचारी अपने ग्राहकों को अलग-अलग तरीके से ठगने का काम करते हैं। जो लोग अपने वाहनों में कम मात्रा में ईंधन पड़वाते हैं उनके ईंधन की मिलावट करना पेट्रोल पंप कर्मचारियों के लिए आसान होता है। पेट्रोल पंप कर्मचारी अलग अलग तरीकों से अपने ग्राहकों को बेवकूफ बनाकर पैसा बनाते हैं। दिल्ली से सटे पेट्रोल पंप पर भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां पर ग्राहक को कुछ देर बाद अहसास हुआ कि उसे ठगा जा रहा है। आइये जानते हैं कि किन तरीकों से आप इस ठगी से बच सकते हैं।
- ग्राहक को उसकी ओर से मांगी गई मात्रा के बराबर तेल न देना पेट्रोल पंप कर्मचारियों की ओर से किया जाने वाला आम फ्रॉड होता है। अगर पेट्रोल या डीजल भरवाते समय जरा भी आपका ध्यान भटका को पेट्रोल पंप कर्मचारी एक ट्रिक का इस्तेमाल करके आपको कम तेल दे सकता है, वह आपसे कह सकता है कि तेल भरने का प्रोसेस खत्म हो गया। इसके लिए बेहतर यही है कि ईंधन भरवाते समय आप अपनी निगाह मीटर पर ही रखें।
- पेट्रोल हमेशा डिजिटल मीटर वाले पंप पर ही भरवाएं। इससे चोरी आसानी से पकड़ी जाती है, इसीलिए देश में लगातार पुरानी पेट्रोल पंप मशीनें को हटाया जा रहा है और डिजिटल मीटर वाले पंप लगाए जा रहे हैं।
-पेट्रोल भरने के समय मीटर बार-बार रुक जाता है। मीटर बार-बार रुकने से आपको पेट्रोल का नुकसान होता है। ऐसे में अगर किसी पेट्रोल पंप पर ऐसी मशीन है तो इस मशीन पर पेट्रोल भरवाने से बचें।
-कार में पेट्रोल भरवाते समय कार से उतरें और मीटर के पास खड़े हों और पेट्रोलपम्पकर्मी की सारी गतिविधियों को देखें।
-ईंधन में मिलावट करना सबसे सस्ता और आसान तरीका होता है जिसके जरिए अधिकतर पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों को चूना लगाया जाता है। ये लोग अपने ईंधन में नेप्था मिला देते हैं जो कि पेट्रोल का ही बाई-प्रोडक्ट (उप-उत्पाद) होता है और उसका घनत्व भी पेट्रोल जितना ही होता है। यह अपना अवशेष नहीं छोड़ता है और यह पेट्रोल से सस्ता पड़ता है।
नोएडा में पेट्रोल पंप पर घटतौली, केस दर्ज
दिल्ली से सटे नोएडा सेक्टर 71 स्थित कुंदन लाल पेट्रोल पर घटतौली का आरोप लगा है। पीड़ित ने फेस-3 कोतवाली में मैनेजर सहित तीन के खिलाफ घटतौली और बदसुलूकी के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस आरोपों की जांच कर रही है। वहीं, जिला पूर्ति अधिकारी आरएन सिंह ने सोमवार को पेट्रोल पंप की जांच कराने की बात कही है।
सेक्टर 82 निवासी अमर उर्फ आसू एक कंपनी में सुपरवाइजर हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार सुबह करीब 10.30 स्कूटी से ड्यूटी जा रहे थे। सेक्टर 71 स्थित कुंदन लाल पेट्रोल पंप पर वह पेट्रोल भरवाने के लिए रुके। उन्होंने घटतौली के डर से 201 रुपये का पेट्रोल डालने के लिए कहा।
पंप ऑपरेटर ने मीटर जीरो नहीं किया और उन्हें धोखे में रखते हुए पेट्रोल डाल कर 201 रुपये ले लिया। उन्हें तेल कम होने की आशंका हुई तो उसे मापने के लिये बोला। इस पर मैनेजर व कर्मचारी उनके साथ बदसलूकी करने लगे। उन्होंने 100 नंबर कॉल करके पुलिस को बुला लिया। इस पर मैनेजर उन पर समझौता करने का दबाव डालने लगा। उन्होंने इन्कार किया तो उन्हें 20 हजार रुपये की रिश्वत भी देने की पेशकश की गई।
एक और व्यक्ति ने की शिकायत
सेक्टर 37 के रहने वाले संतोष सेक्टर 63 स्थित एक कंपनी में क्वालिटी मैनेजर हैं। संतोष का कहना है कि शुक्रवार को वह ड़्यूटी खत्म करके घर लौट रहे थे। सेक्टर 71 पेट्रोल पंप पर उन्होंने बाइक में 520 रुपये का पेट्रोल डलवाया, लेकिन उन्हें 200 रुपये कम पेट्रोल दिया गया। इसका उन्होंने विरोध किया, तो कर्मचारियों ने बदसलूकी की। इसकी उन्होने फेस-3 कोतवाली पुलिस ने लिखित शिकायत की है।
अमित कुमार सिंह (प्रभारी निरीक्षक, फेस-3 कोतवाली) के मुताबिक, पेट्रोल पंप पर घटतौली की शिकायत मिलने पर मैनेजर समेत तीन पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि किसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ था। मामले की जांच की जा रही है।