2018 के शुरुआती पांच महीने के आंकड़े बता रहे दिल्ली में अपराध की कहानी
इसे दिल्ली पुलिस की निष्क्रियता ही कही जाएगी कि राजधानी में इस वर्ष पिछले वर्ष से भी अधिक हत्या, दुष्कर्म, अपहरण, फिरौती, चोरी आदि की घटनाएं हुई हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली में लगातार बढ़ रही वारदातों से नागरिकों में भय बन हुआ है, वहीं अपराधियों का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है। पुलिस की निष्क्रियता ही कही जाएगी कि इस वर्ष पिछले वर्ष से भी अधिक हत्या, दुष्कर्म, अपहरण, फिरौती, चोरी आदि की घटनाएं हुई हैं। 2017 और 2018 के शुरुआती पांच महीने के आंकड़े खुद ही इसकी गवाही दे रहे हैं। हालांकि मई के बाद डकैती, हत्या जैसे वारदात में कुछ कमी आई है।
पुलिस के ही आंकडों को देखें तो सभी तरह के अपराध में इजाफा हुआ है। खासकर, महिलाओं के साथ अपराधों में। वसंत विहार सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद कुछ महीनों तक तोपुलिस महिला अपराध के मामले में बेहद सतर्क दिखी, लेकिन फिर पहले जैसे हालात बन गए।
कई बार ऐसी शिकायतें मिलीं कि दुष्कर्म व छेड़खानी की शिकार युवतियों या महिलाओं को मुकदमा दर्ज करवाने के लिए थानों के चक्कर काटने पड़े। इसके साथ ही जघन्य आपराधिक मामले को सुलझाने की दर भी पहले से काफी कम हुई है।
अपराध के बढ़ते ग्राफ व हालात देखकर कहा जा सकता है कि अपराधियों में पुलिस का डर कम हो गया है। कुख्यात जितेंद्र गोगी, टिल्लू, नासिर व छेनू गिरोहों के कई बार राजधानी की सड़कों पर सरेआम गैंगवार की घटनाएं हुई हैं। गोलीबारी में अपराधी तो मारे गए लेकिन उनकी गोलियों की शिकार सड़क पर मौजूद आम जनता भी हुई।
एनडीएमसी के स्कूल में सात वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म, आरोपित गिरफ्तार
बता दें कि अति सुरक्षित नई दिल्ली के लुटियंस जोन में नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के स्कूल में इलेक्टिशियन ने सात वर्षीय बच्ची (दूसरी कक्षा) से दुष्कर्म किया। बुधवार को छुट्टी होते ही स्कूल के इलेक्टिशियन ने बच्ची को पंप हाउस में ले जाकर वारदात को अंजाम दिया। बच्ची के परिजनों की शिकायत पर मंदिर मार्ग थाना पुलिस ने दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपित राम आसरे (50) को गिरफ्तार कर लिया है।
पीड़िता अपनी बड़ी बहन के साथ बुधवार को स्कूल गई थी। उसकी छुट्टी दोपहर 1:30 बजे होती है, जबकि बड़ी बहन की दो बजे। रोजाना की तरह वह छुट्टी के बाद बड़ी बहन का इंतजार कर रही थी, तभी राम आसरे बच्ची को गोद में उठाकर पंप हाउस में ले गया। वहां उसने रुमाल से बच्ची की आंखें बांधकर उसके साथ दुष्कर्म किया। उसने बच्ची से घटना के बारे में किसी को बताने पर मां-बाप को जान से मारने की धमकी दी। इसी बीच बड़ी बहन उसे ढूंढ़ते हुए आवाज लगाने लगी तो राम आसरे उसे धक्का देकर भाग गया।
इसके बाद पीड़िता बहन के साथ घर चली गई। डरी-सहमी बच्ची ने घरवालों को कुछ नहीं बताया। गुरुवार सुबह बच्ची की मां उसे स्कूल भेजने के लिए तैयार करने लगीं तो उसके कपड़ों पर खून के धब्बे दिखे। पूछताछ करने पर बच्ची ने चुप्पी साध ली। बच्ची के पिता ने कड़ाई से पूछा तो उसने बताया कि स्कूल में एक अंकल ने उसके साथ गलत काम किया। यह सुनकर मां-बाप के पैरों तले जमीन खिसक गई। परिजन बच्ची को लेकर स्कूल पहुंचे और प्रधानाचार्य से शिकायत कर आरोपित के बारे में पता लगाने की मांग की। स्कूल प्रशासन ने सहयोग नहीं किया तो पिता ने 100 नंबर पर फोन कर घटना की सूचना दी। वहां पहुंची पुलिस बच्ची को मेडिकल के लिए पीसीआर वैन से राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले गई। मेडिकल में दुष्कर्म की पुष्टि होने के बाद प्राथमिक उपचार कराकर बच्ची को घर पहुंचा दिया गया।