बेरहम मालकिन की हैवानियत, बच्ची को बनाया बंधुआ मजदूर, देती थी ये सजा
मालकिन को जब लगता था कि वह ठीक से काम नहीं कर रही है तो वह उसे कमरे में बंद कर देती थी। इस कारण वह किसी को भी कुछ बता नहीं पाती थी।
नई दिल्ली [जेएनएन]। शाहीन बाग इलाके में स्कूल भेजने और उचित देखभाल करने का आश्वासन देकर लाई गई बच्ची से बंधुआ मजदूर की तरह काम कराने का मामला सामने आया है। पीड़ित बच्ची मौका पाकर वहां से भाग निकली और अपनी बहन के माध्यम से एसडीएम को मामले की जानकारी दी। एसडीएम ने पुलिस को मालिक के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा है।
मां को दिया लालच
नेशनल कैंपेन कमिटी फॉर इरैडिकेशन ऑफ बॉन्डेड लेबर के निर्मल गोराना ने बताया कि बच्ची जामिया नगर में रहती है और उसे शाहीन बाग के एक मकान में घरेलू सहायक के रूप में काम करने के लिए मजबूर किया गया। बच्ची ने काउंसलर्स को बताया कि उसकी मां को लालच देकर कहा गया था कि मालिक उसे अपने बच्चे की तरह रखेगा और उसे स्कूल भी भेजा जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
कमरे में बंद कर देती थी
मालकिन को जब लगता था कि वह ठीक से काम नहीं कर रही है तो वह उसे कमरे में बंद कर देती थी। बच्ची ने बताया कि जब वह माता-पिता से मिलने जाती थी तो मालिक-मालकिन भी उसके साथ जाते थे। इस कारण वह किसी को भी कुछ बता नहीं पाती थी।
बहन को बताई पूरी बात
पिटाई से परेशान बच्ची कुछ दिन पहले किसी तरह वहां से भाग निकली और अपनी बहन के घर पहुंचकर पूरी बात बताई। उसकी बहन ने परिजनों को सारा मामला बताया। बच्ची को एसडीएम के पास ले जाया गया, वहां से उसे काउंसिलिंग के लिए भेज दिया गया। बच्ची को 20 हजार रुपये का मुआवजा दिए जाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।