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बेबी किलर को पकड़ने के लिए पुलिस किया भंडारा, बहनों ने बताई थी सुनील की कमजोरी

गुरुग्राम में रह रही सुनील की बहनों ने पुलिस को बताया कि वह खाने के लिए कभी काम नहीं करता था। वह पूरे दिन जानकारी इकट्ठा करता था कि कहां-कहां भंडारा लगने वाला है।

By Edited By: Published: Thu, 22 Nov 2018 07:57 PM (IST)Updated: Fri, 23 Nov 2018 06:01 PM (IST)
बेबी किलर को पकड़ने के लिए पुलिस किया भंडारा, बहनों ने बताई थी सुनील की कमजोरी
बेबी किलर को पकड़ने के लिए पुलिस किया भंडारा, बहनों ने बताई थी सुनील की कमजोरी

गुरुग्राम, जेएनएन। मासूम बच्चियों को हवस का शिकार बनाने के बाद मौत के घाट उतारने वाले आरोपी सुनील (बेबी किलर) को लेकर एसआइटी (विशेष जांच दल) ने बृहस्पतिवार को एक बार फिर घटनास्थल की निशानदेही कराई। फोरेंसिक एक्सपर्ट की मौजूदगी में पुलिस आरोपी को उन तीनों जगहों पर ले गई, जहां उसने अलग- अलग समय व दिन में तीन लड़कियों को उठा कर हवस का शिकार बनाने के बाद हत्या कर दी थी।

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एक मामले में गिरफ्तारी के बाद यहां के दो अन्य मामलों को अंजाम देने की बात आरोपीत ने कबूली है। एसआइटी शुक्रवार को उसे दिल्ली ले गई। पुलिस रिमांड मे हुई पूछताछ में सुनील ने दिल्ली की तीन अलग-अलग जगहों से बच्चियों को उठाकर दुष्कर्म करने के बाद हत्या करने की बात कबूली है।

दुष्कर्म के बाद हत्या
गुरुग्राम में हुई दो वारदात दो साल पहले की हैं। हैवानियत दिखाने वाला सुनील (21) मूलरूप से गांव गंज जिला महोबा (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला है। उसे सोमवार को एसआइटी की टीम ने झांसी से गिरफ्तार किया था। उसके खिलाफ दस दिन पहले सेक्टर-65 थाने में तीन साल की बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या करने के आरोप के तहत मामला दर्ज किया गया था। बच्ची के संवेदनशील अंग में लकड़ी डाल दी गई थी। सिर पर ईंट से वार कर हत्या की गई थी। बच्ची के पिता के बयान पर सुनील के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

शराब के लिए करता था काम
गुरुग्राम में रह रही सुनील की बहनों ने पुलिस को बताया कि वह खाने के लिए कभी काम नहीं करता था। वह पूरे दिन जानकारी इकट्ठा करता था कि कहां-कहां भंडारा लगने वाला है। जहां कहीं भी दो दिन या इससे अधिक समय तक भंडारा चलने वाला होता तो यह वहीं पर अपना डेरा जमा लेता था। उसके बगल की झुग्गी में रहने वाले रामानुज ने बताया कि सुनील कच्ची शराब पीने का आदी है। शराब के लिए रकम जुटाने को वह महीने में दो चार दिन कोई काम कर लेता था।

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इस तरह आया पुलिस के शिकंजे में
आरोपी की बहनों से पूछताछ में पुलिस को पता चला कि धार्मिक स्थल का भोजन आरोपी की कमजोरी है, तो पुलिस ने भी अलग-अलग धार्मिक स्थलों पर भंडारा लगाया। सादे लिबास में पुलिस कर्मियों ने खाना तक परोसा था। खाना खाने आए युवकों के चेहरों को आरोपी की फोटो से मिलान करते थे। हालांकि गुरुग्राम में पुलिस को सफलता नहीं मिली थी। इसके बाद पुलिस कर्मियों ने महोबा व झांसी के धार्मिक स्थलों में यह नीति अपनाई तो झांसी में एक मंदिर के पास से सुनील पकड़ा गया।


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