Move to Jagran APP

राष्ट्रीय-बहुराष्ट्रीय ई-कामर्स को टक्कर देंगे अब देश के खुदरा कारोबारी, भारत ई मार्केट से चीन को चीन लगेगा जोरदार झटका

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने विक्रेता ऑनबोर्डिंग एप के बारे में बताया की इस पोर्टल पर ई-दुकान खोलने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को मोबाइल एप के जरिए अपना पंजीकरण करना होगा। इसके बाद पोर्टल पर कारोबार किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त भी पोर्टल में अनेक विशेषताएं होंगी।

By Prateek KumarEdited By: Published: Thu, 11 Mar 2021 06:00 PM (IST)Updated: Thu, 11 Mar 2021 06:00 PM (IST)
राष्ट्रीय-बहुराष्ट्रीय ई-कामर्स को टक्कर देंगे अब देश के खुदरा कारोबारी, भारत ई मार्केट से चीन को चीन लगेगा जोरदार झटका
कैट के ई- कॉमर्स पोर्टल भारत ई- मार्केट का विक्रेता ऑनबोर्डिंग मोबाइल एप जारी हुआ

नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। ई-कामर्स भविष्य का व्यापार है और जिस तेजी से देश में इंटरनेट संपर्क और स्मार्ट फोन का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है और तेजी के साथ ई-कामर्स के जरिए खरीदारी में वृद्धि हो रही है। हालांकि, इस दौड़ में खुदरा व्यापारी लगातार पिछड़ते जा रहे हैं। इसे देखते हुए कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने खुदरा व्यापारियों को प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए ई -कॉमर्स पोर्टल " भारत ई मार्केट" शुरू किया है। पहले चरण में इस पोर्टल पर व्यापारियों व सेवा प्रदाताओं द्वारा अपनी "ई-दुकान" बनाने के लिए एक समारोह में उसके द्वारा एक मोबाइल एप को लांच किया गया। इस अवसर पर दिल्ली सहित देश के विभिन्न राज्यों के बड़े व्यापारी नेताओं के साथ ट्रांसपोर्टर, किसान, लघु उद्यमी, महिला उद्यमी, हॉकर्स व उपभोक्ताओं के राष्ट्रीय संगठनों के अन्य नेता भी शामिल हुए। कैट के राष्ट्र्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने बताया कि इस पोर्टल को आधुनिक तकनीकी, सशक्त वितरण, नवीनतम बिक्री व नकद रहित भुगतान सहित पारदर्शी एवं जिम्मेदार व्यापारिक व्यवस्था के आधार पर निर्मित किया गया है जो देश ही नहीं बल्कि विश्व के किसी भी ई-कॉमर्स पोर्टल के साथ प्रतिस्पर्धा करेगा।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि गत वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में "लोकल पर वोकल" तथा "आत्मनिर्भर भारत" का आह्वान किया था, जिसमें भारतीय वस्तुओं व तकनीकी के इस्तेमाल पर जोर दिया गया था। कैट ने इसी अभियान के अंतर्गत इस पोर्टल को लाने की तैयारी की जिसके द्वारा भारतीय वस्तु के निर्माणकर्ता एवं व्यापारियों द्वारा इस पोर्टल पर अपनी ई दुकान खोलकर स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जा सके।

इस पोर्टल पर व्यापारी से व्यापारी (बीटूबी) तथा व्यापारी से उपभोक्ता (बीटूसी ) व्यापार बेहद आसानी से हो सकेगा। वहीं, जिस तरह से बहुराष्ट्रीय ई- कामर्स कंपनियों द्वारा मनमानी करते हुए देश के नियम व कानूनों का उल्लंघन कर खुदरा व्यापार को नुकसान पहुंचाया जा रहा है, उसका मजबूती से मुकाबला यह पोर्टल करेगा।

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने विक्रेता ऑनबोर्डिंग एप के बारे में बताया की इस पोर्टल पर ई-दुकान खोलने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को मोबाइल एप के जरिए अपना पंजीकरण करना होगा। इसके बाद पोर्टल पर कारोबार किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त भी पोर्टल में अनेक विशेषताएं होंगी जो संभवत: अभी तक विश्व के किसी भी भी ई- कॉमर्स पोर्टल पर नहीं होगी।

पोर्टल पर नहीं बिकेगा चीन का सामान उन्होंने बताया कि यह पोर्टल विशुद्ध रूप से पूर्ण भारतीय होगा जिसका समस्त डाटा देश में ही रहेगा और डाटा का कोई विक्रय नहीं होगा। इस पोर्टल में किसी भी प्रकार की विदेशी फंडिंग नहीं होगी। इस पोर्टल पर चीन का कोई भी सामान किसी भी विक्रेता द्वारा नहीं बेचा जाएगा और ख़ास तौर पर देश के कोने- कोने में फैले स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों और अन्य वस्तुओं के छोटे निर्माताओं और व्यापारियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराया जाएगा।

पारदर्शिता प्राथमिकता इस पोर्टल पर सरकार के सभी नियमों और कानूनों का किसी भी प्रकार से कोई उल्लंघन नहीं होगा। यह केवल एक तकनीकी प्लेटफार्म के रूप में व्यापारियों और उपभोक्ताओं के बीच पारदर्शी तरीके से सामान और सेवाओं का लेन देन संभव कराएगा और पोर्टल पर किसी भी तरीके से कोई इन्वेंटरी नियंत्रण नहीं होगा। एक तरह से यह पोर्टल बाजारों में व्यापार कर रहे व्यापारियों को ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर अपनी ई-दुकान स्थापित करने में सहयोग देगा। पोर्टल पर ई- दुकान बनाने के लिए किसी भी प्रकार का कोई शुल्क और कारोबार पर कोई भी कमीशन नहीं लिया जाएगा।

दिसंबर तक सात लाख ई-दुकानें खोलने का लक्ष्य खंडेलवाल ने बताया की कैट ने इस वर्ष दिसंबर तक इस पोर्टल पर सात लाख ई-दुकाने बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है जबकि वर्ष 2023 तक इस पोर्टल पर एक करोड़ व्यापारी जोड़े जाएंगे। वहीं एक बड़ी योजना के तहत देश भर से उपभोक्ताओं को भी इस पोर्टल से जोड़ा जाएगा। देश भर में फैले 40 हजार से ज्यादा व्यापारिक संगठन इस पोर्टल पर व्यापारियों की ई दुकान बनवाने के लिए पूरे तौर पर सक्रिय रहेंगे। ऑनबोर्डिंग एप लांच करने के बाद कैट अब शीघ्र ही कस्टमर ऑन बोर्डिंग की एप भी शीघ्र लांच करेगा जिसके जरिये देश भर के उपभोक्ता भी इस पोर्टल पर बनी दुकानों से खरीदारी कर सकेंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.