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सीआइएससीइ बोर्ड ने घटाया 25 फीसद पाठ्यक्रम, कोरोना के कारण लिया गया फैसला

सीआईएससीइ के मुख्य कार्यकारी और सचिव गैरी अराथून ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण स्कूल पिछले तीन महीने से बंद हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sat, 04 Jul 2020 10:48 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2020 10:48 PM (IST)
सीआइएससीइ बोर्ड ने घटाया 25 फीसद पाठ्यक्रम, कोरोना के कारण लिया गया फैसला
सीआइएससीइ बोर्ड ने घटाया 25 फीसद पाठ्यक्रम, कोरोना के कारण लिया गया फैसला

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीइ) ने मौजूदा अकादमिक सत्र में कक्षा 10वीं- 12वीं के सभी प्रमुख विषयों के पाठ्यक्रम को 25 फीसदी तक कम करने का फैसला किया है। इस बारे में बोर्ड ने एक ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी कर बताया कि मौजूदा सत्र 2020-21 के दौरान पढ़ाने की अवधि में होने वाले नुकसान के लिए यह निर्णय लिया गया है।

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कोरोना के कारण लिया फैसला

सीआईएससीइ के मुख्य कार्यकारी और सचिव गैरी अराथून ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण स्कूल पिछले तीन महीने से बंद हैं। कई स्कूलों ने ऑनलाइन क्लास के माध्यम से शिक्षण की प्रक्रिया को जीवित रखने की कोशिश की है, लेकिन शैक्षणिक वर्ष में महत्वपूर्ण कमी आयी है और पढ़ाई का नुकसान हुआ है।

भरपाई के लिए उठाया कदम

वर्तमान सत्र में पढ़ाने की अवधि के नुकसान की भरपाई करने के लिए बोर्ड ने विशेषज्ञों के परामर्श के बाद पाठ्यक्रम को कम करने का फैसला लिया गया है। पाठ्यक्रम यह ध्यान में रखते हुए कम किया गया है कि विषय से संबंधित मुख्य सिद्धांत न छूटें। पाठ्यक्रम में कोर कॉन्सेप्ट को बरकरार रखा है। सभी स्कूलों को नये सिलेबस पर ही पढ़ाई कराने का निर्देश दिया है। बोर्ड के मुताबिक सत्र 2020 -21 की पढ़ाई नये पाठ्यक्रम के आधार पर ही होगी।

मूल्यांकन योजना भी की जारी

वहीं, बोर्ड ने ने 10वीं और 12वीं कक्षा की रद परीक्षाओं के लिए मूल्यांकन योजना भी जारी कर दी है। 10वीं कक्षा के लिए बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों के बेस्ट ऑफ तीन विषय के औसत अंक देखे जाएंगे। इसके अलावा विषय का आंतरिक मूल्यांकन (सब्जेक्ट इंटरनल असेसमेंट) और सब्जेक्ट इंटरनल असेसमेंट का प्रतिशत भी मूल्यांकन में शामिल होगा।

तीन विषय के औसत अंक देखे जाएंगे

वहीं, 12वीं कक्षा के लिए बोर्ड परीक्षाओं में भी छात्रों के बेस्ट ऑफ तीन विषय के औसत अंक देखे जाएंगे। इसके साथ ही विषय का प्रोजेक्ट वर्क और प्रैक्टिकल भी शामिल होगा। इसके अलावा विषय का आंतरिक मूल्यांकन (सब्जेक्ट इंटरनल असेसमेंट) और सब्जेक्ट इंटरनल असेसमेंट का प्रतिशत भी मूल्यांकन में शामिल होगा। बोर्ड के मुताबिक आंतरिक मूल्यांकन छात्रों की कुशलता को मापता है, जबकि बेस्ट तीन विषयों में औसत अंक उनकी सामान्य शैक्षणिक क्षमता का एक आकलन है। बोर्ड का रिजल्ट 15 जुलाई को या उससे पहले घोषित कर दिया जायेगा।


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