Coronavirus Treatment: शोध में खुलासा- आखिर क्यों आ रही है कोरोना की वैक्सीन बनाने में परेशानी
Coronavirus Treatment पिछले महीने 23 अप्रैल तक भारत में तीन भिन्न संरचना वाले वायरस पाए गए। लगातार बदलती संरचना से वायरस का टीका बनाने में मुश्किल पेश आ सकती है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Coronavirus Treatment: पड़ोसी देश चीन के वुहान और यूरोपीय एवं उत्तर व दक्षिणी अमेरिकी देशों में मौजूद कोरोना वायरस और भारतीय उपमहाद्वीप में फैले कोरोना वायरस की संरचना में काफी अंतर आ चुका है और इसमें लगातार बदलाव भी हो रहा है। इससे इसका टीका बनाने में मुश्किलें पेश आ सकती हैं। जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय, कैंब्रिज तथा हैदराबाद स्थित दो बायोटेक्नोलॉजी लैब एनवायरोजाइम बायोटेक एवं बायोइन्सेप्शन लैब्स के शोध के परिणाम के रूप में यह दावा किया गया है।
इस मामले में शोधकर्ता एनवायरोजाइम बायोटेक के डॉ. एस. असद रहमान ने सोमवार को एक डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यह वायरस तेजी से अपनी संरचना में बदलाव कर रहा है, जिससे इसके असर और उपचार में रोज नई बातें सामने आ रही हैं। उन्होंने बताया 23 अप्रैल तक भारत में तीन भिन्न संरचना वाले वायरस पाए गए। लगातार बदलती संरचना से वायरस का टीका बनाने में मुश्किल पेश आ सकती है। इसके लिए वायरस पर लगातार शोध जारी रखने की जरूरत है।
जामिया हमदर्द विवि के प्रोफेसर सैयद हसनैन ने बताया कि यह शोध 23 अप्रैल और उसके बाद लिए गए चार हजार सैंपलों पर किया गया। प्राथमिक तौर पर यह कहा जा सकता है कि भारत में मृत्युदर में कमी का कारण संभवत: वायरस में आया परिवर्तन है। दुनिया में भारत से इतर प्रति दस लाख जनसंख्या पर 40 लोगों की मौत कोरोना से हुई है, जबकि भारत में यह आंकड़ा हर दस लाख में दो लोगों की मौत का है।
बता दें कि दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश ऐसे राज्य हैं, जहां पर कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में महाराष्ट्र में देश के कुल एक तिहाई मामले सामने आए हैं। इसी के साथ देश में कोरोना संक्रमण के मामले 1 लाख को पार कर गया है।