Coronavirus: मोहल्ला क्लीनिक के चिकित्सक की कोरोना से मौत, पूरा परिवार हुआ क्वारंटाइन
चिकित्सक की बेटी ने बताया कि उनके पिता शुक्रवार तक ड्यूटी पर थे। ड्यूटी के दौरान उनकी तबियत बिगड़ने लगी। सोमवार सुबह सात बजे उनकी मौत की खबर आ गई।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिचाऊं स्थित मोहल्ला क्लीनिक में तैनात चिकित्सक की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। चिकित्सक की बेटी ने बताया कि उनके पिता शुक्रवार तक ड्यूटी पर थे। ड्यूटी के दौरान उनकी तबियत बिगड़ने लगी। सोमवार सुबह सात बजे उनकी मौत की खबर आ गई। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष ही उनकी मां की मौत हुई थी और अब पिता की मौत से सभी दुखी हैं।
चिकित्सक द्वारका सेक्टर 10 स्थित एक अपार्टमेंट में रहते थे। उनकी उम्र 63 वर्ष थी। इनके घर में इनकी एक बेटी, घरेलू सहायिका और उनकी बच्ची रहती है। पूरा परिवार क्वारंटाइन है। इस मोहल्ला क्लीनिक में चार कर्मचारी की तैनाती होती है। जिसमें एक चिकित्सक, एक एमसीए (मोहल्ला क्लीनिक असिस्टेंट), एक फार्मासिस्ट और एक नर्स होते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार इस क्लीनिक में प्रतिदिन 100 से 150 मरीज इलाज के लिए आ रहे थे। अब इन सब की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। इधर रविवार को इस मोहल्ला क्लीनिक के फार्मासिस्ट को भी कोरोना के लक्षण आए हैं। जिसके बाद सोमवार को उनके सैंपल लिए गए हैं।
इधर, मयूर विहार इलाके में एक बंद कमरे में रविवार सुबह संदिग्ध हालात में सड़ी -गली अवस्था में एक युवक का शव मिला। कमरे से दुर्गंध आने पर पड़ोसियों ने मामले की जानकारी थाना पुलिस को दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला, पुलिस ने किसी तरह दरवाजा तोड़ा। कमरे में गुलशन नाम के शख्स का शव बिस्तर पर पड़ा हुआ था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रविवार सुबह साढ़े नौ बजे मयूर विहार थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि त्रिलोकपुरी-36 ब्लॉक में एक मकान की पांचवीं मंजिल के कमरे से तेज बदबू आ रही। शुरुआती जांच में पता चला कि गुलशन अपने परिवार से अलग किराये का कमरा लेकर रह रहा था। वह पेशे से ऑटो चालक था और शुगर का मरीज था। उसकी मौत कैसे हुई पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है।