Coronavirus LockDown: दिल्ली में बिजली की मांग में भारी कमी, ये है सबसे बड़ी वजह
Coronavirus LockDownअमूमन मार्च में बिजली की अधिकतम मांग चार हजार मेगावाट के करीब रहती थी लेकिन इन दिनों 25 सौ मेगावाट से भी नीचे है।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। लॉकडाउन की वजह से जहां दिल्ली की हवा साफ हो गई है। वहीं, बिजली की मांग में भारी कमी आई है। अमूमन मार्च में बिजली की अधिकतम मांग चार हजार मेगावाट के करीब रहती थी, लेकिन इन दिनों 25 सौ मेगावाट से भी नीचे है। यह मांग भी सुबह नौ-दस बजे के आसपास रहती है। दिन में मांग बेहद कम है। पिछले कुछ वर्षो में पहली बार मार्च माह में मांग तीन हजार मेगावाट से काफी कम है।
फरवरी के दूसरे सप्ताह के बाद मौसम में बदलाव के साथ ही बिजली की भी मांग बढ़ने लगती है। इस महीने मौसम की भी मेहरबानी रही है। बीच-बीच में बारिश होने से तापमान बहुत ज्यादा नहीं बढ़ा है। इस वजह से अब तक अधिकांश घरों व दफ्तरों में एयर कंडीशनर (एसी) व अन्य उपकरण नहीं चले हैं। परिणामस्वरूप फरवरी व मार्च शुरू में पिछले वर्षों की तरह बिजली की मांग ज्यादा नहीं बढ़ी। वहीं, कोरोना के प्रकोप ने इसकी मांग बेहद कम कर दी है। पिछले एक पखवाड़े में लगभग एक हजार मेगावाट की कमी दर्ज की गई है।
बिजली अधिकारियों का कहना है कि कोरोना संक्रमण का डर पिछले पखवाड़े से ही दिखने लगा था। अधिकांश औद्योगिक इकाइयां, सरकारी व निजी कार्यालयों में ताले लटक गए हैं। गलियों की दुकानें बंद हैं। एसी न चलने से घरों में भी कम बिजली की जरूरत है। इस वजह से बिजली की खपत भी कम हो रही है।