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Coronavirus : स्कूलों में भी बनेंगे आइसोलेशन सेंटर, केंद्रीय विद्यालय संगठन ने दिया प्रस्ताव

Coronavirus केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) ने कोरोना वायरस के संदिग्ध मामलों के लिये केंद्रीय विद्यालयों को अस्थायी पृथक केंद्र (आइसोलेशन सेंटर) बनाने की पेशकश की है।

By JP YadavEdited By: Published: Sat, 28 Mar 2020 07:32 AM (IST)Updated: Sat, 28 Mar 2020 07:32 AM (IST)
Coronavirus : स्कूलों में भी बनेंगे आइसोलेशन सेंटर,  केंद्रीय विद्यालय संगठन ने दिया प्रस्ताव
Coronavirus : स्कूलों में भी बनेंगे आइसोलेशन सेंटर, केंद्रीय विद्यालय संगठन ने दिया प्रस्ताव

नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]।  Coronavirus : देशभर में फैले कोरोना वायरस के अब तक 700 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। इसमें 17 लोगो की जान भी जा चुकी है। मरीजों की संख्या में इजाफा होना जारी है।

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इस बीच जिसके चलते केंद्रीय विद्यालय संगठन (kendriya vidyalaya sangathan) ने कोरोना वायरस के संदिग्ध मामलों के लिये केंद्रीय विद्यालयों को अस्थायी पृथक केंद्र (आइसोलेशन सेंटर) बनाने की पेशकश की है। संगठन के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

पूरे देश में हैं 1196 केंद्रीय विद्यालय

इस बाबत प्रस्ताव दिया गया है कि देशभर में 1196 केंद्रीय विद्यालय हैं, जिनकी इमारतों का इस्‍तेमाल अस्थाई तौर पर पृथक (आइसोलेशन) केंद्र के रूप में किया जा सकेगा। केंद्रीय विद्यालय संगठन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस से जो स्थिति बनी है उसको ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।

स्कूल की कक्षाओं में रखे जाएंगे संदिग्‍ध कोरोना मरीज

उन्होंने बताया कि कि किसी रक्षा प्राधिकार या जिला प्रशासन के औपचारिक अनुरोध पर केवी स्कूल भवन के कमरों में संदिग्ध रोगियों को अस्थायी रूप से रखने की इजाजत दी जाएगी। हालांकि, स्कूल को पृथक केंद्र बनाने का अंतिम फैसला उस केंद्रीय विद्यालय पर छोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि जो स्कूल पृथक केंद्र स्थापित करने की इजाजत देंगे, उन्हें इस बारे में उसी दिन केवी प्राधिकारों से बात करनी होगी।

गौरतलब है कि चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस ने दुनिया के 190 से अधिक देशों को अपनी चपेट में ले लिया है। अमेरिका में सबसे ज्यादा 1 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जबकि इटली में सबसे ज्यादा लोगों की मौत इस कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते हुई है। इसी के साथ स्पेन भी चीन में मरने वालों की संख्या में पछाड़ चुका है। इस बीमारी को लेकर अभी तक कोई टीका अब तक ईजाद नहीं किया जा सका है। 


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