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Noida Conversion Case: ‘रिवर्ट बैक टू इस्लाम’ मुहिम के जरिये नोएडा में चल रहा था मतांतरण का खेल

दिल्ली से सटे मूक-बधिर छात्रों के मतांतरण का खेल ‘रिवर्ट बैक टू इस्लाम’ मुहिम के जरिये चल रहा था। इसका मकसद गैर मुस्लिमों को वापस इस्लाम की ओर ले जाना था। इसके लिए आरोपित लोगों को मजलिस में शामिल होने का न्योता देते थे।

By Jp YadavEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 01:20 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 01:20 PM (IST)
Noida Conversion Case: ‘रिवर्ट बैक टू इस्लाम’ मुहिम के जरिये नोएडा में चल रहा था मतांतरण का खेल
Noida Conversion Case: ‘रिवर्ट बैक टू इस्लाम’ मुहिम के जरिये नोएडा में चल रहा था मतांतरण का खेल

नोएडा, जागरण संवाददाता। दिल्ली से सटे मूक-बधिर छात्रों के मतांतरण का खेल ‘रिवर्ट बैक टू इस्लाम’ मुहिम के जरिये चल रहा था। इसका मकसद गैर मुस्लिमों को वापस इस्लाम की ओर ले जाना था। इसके लिए आरोपित लोगों को मजलिस में शामिल होने का न्योता देते थे। इसके बाद डरा धमकाकर या प्रलोभन देकर उनमें उनके धर्म के प्रति नफरत के बीज बोए जाते और मतांतरण कराया जाता था।

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गिरोह में शामिल सक्रिय स्लीपर सेल के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश के कानपुर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मथुरा और कुछ अन्य जिलों के अलावा दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, हरियाणा, पंजाब, बिहार, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, छतीसगढ़, झारखंड, गुजरात, उत्तराखंड, ओडिशा के छात्र-छात्रओं को नोएडा के डेफ सोसायटी में दाखिला दिलाने में मदद की थी। जब छात्र नोएडा आए तो एक धर्म विशेष के छात्रों की मदद से उन्हें दिल्ली की मजलिस में शामिल होने का न्योता दिया गया। विभिन्न मस्जिदों में शामिल होने के दौरान मूक-बधिर छात्रों को रोजगार, व्यवसाय, शादी, पैसों का लालच देकर पहले निशाना बनाया जाता। फिर धीरे-धीरे इस्लाम से संबंधित किताबें व उपदेश सुनाकर उन्हें कट्टर बनाने की कोशिश की जाती।

जिस शिक्षक के माध्यम से यह गिरोह मूक-बधिर छात्रों को निशाना बना रहे थे। उसका काम ऐसे छात्रों को चिह्नित करना था, जिनका आसानी से मतांतरण किया जा सके और मजहबी तौर पर कट्टर बनाया जा सके। मतांतरण गिरोह का नेटवर्क देश ही नहीं पूरे विदेश तक फैला बताया जा रहा है। इनकी संस्था को फं¨डग खाड़ी देशों से मिलती थी। एटीएस की टीम जिले में चलने वाले मूक बधिर स्कूलों व ट्रेनिंग सेंटरों में पढ़ने व ट्रेनिंग लेने वाले और स्टाफ-शिक्षकों के बारे में जानकारी जुटा रही है।

नोएडा डेफ सोसायटी के दिल्ली के इस्लामिक दवाह सेंटर से लेकर अन्य तरह के कनेक्शन को खंगाल रही है। जम्मू कश्मीर के कनेक्शन को भी देखा जा रहा है। बड़ी संख्या में जम्मू-कश्मीर के छात्रों के दस्तावेज मिले हैं। मामले में पूर्व शिक्षक व कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध आने के बाद एटीएस की टीम उसकी तलाश कर रही है। सोसायटी की संचालिका रोमा रोका ने शिक्षक व स्टाफ की जानकारी शेयर की है। रोमा रोका अभी भी लखनऊ में है और एटीएस की टीम उनसे पूछताछ कर रही है। सुरक्षा के मद्देनजर बिल्डिंग के बाहर पुलिस की तैनाती की गई है।


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