अयोध्या में बनेगी भगवान राम की सबसे ऊंची प्रतिमा, जानिये- क्या होगी खासियत
राम वी सुतार ने नोएडा में प्रतिमा का निर्माण कराने की हामी भर दी है। अब तक कांस्य की बड़ी प्रतिमाओं का निर्माण चीन में होता रहा है।
नोएडा [ललित विजय]। अयोध्या के सरयू तट पर स्थापित होने वाली भगवान राम की दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा का निर्माण नोएडा में हो सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पद्म भूषण मूर्तिकार राम वी सुतार के डिजाइन को मौखिक मंजूरी दे दी है। साथ ही उन्होंने राम वी सुतार से प्रतिमा का निर्माण भारत में ही कराने की इच्छा जताई है, जिससे यहां के लोगों को रोजगार मिल सके।
राम वी सुतार ने नोएडा में प्रतिमा का निर्माण कराने की हामी भर दी है। अब तक कांस्य की बड़ी प्रतिमाओं का निर्माण चीन में होता रहा है। गुजरात में लगी सरदार पटेल की प्रतिमा का निर्माण भी चीन में हुआ है। भगवान राम की प्रतिमा को कांस्य से बनाया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार से मंजूरी मिलने के बाद प्रतिमा निर्माण में करीब साढ़े तीन साल का समय लगेगा। प्रतिमा की स्थापना के लिए कम से कम सौ एकड़ जमीन की मांग की गई है।
होगी लिफ्ट की सुविधा
राम वी सुतार ने बताया कि गुजरात में लगी सरदार पटेल की तरह भगवान राम की प्रतिमा में लिफ्ट की सुविधा होगी। लिफ्ट किस ऊंचाई तक जाएगी, यह बाद में तय होगा। लिफ्ट से ऊपर जाकर लोग पूरी अयोध्या व सरयू नदी को देख सकेंगे। साथ ही, प्रतिमा के आसपास होने वाले सुंदरीकरण का आनंद भी ले सकेंगे।
म्यूजियम में नहीं होगा अयोध्या का विवादित स्थल
मूर्तिकार राम वी सुतार ने बताया कि प्रतिमा के साथ बनने वाले म्यूजियम में भगवान राम से जुड़े स्थल व जीवनी को दिखाया जाएगा। इसमें अयोध्या के विवादित स्थल को नहीं दिखाया जाएगा। उनका कहना है कि भगवान राम की प्रतिमा के निर्माण को किसी तरह के विवाद से दूर रखने के लिए अयोध्या के विवादित स्थल को म्यूजियम में शामिल न करने का निर्णय लिया गया है।
एक नजर में भगवान राम की प्रतिमा
प्रतिमा की लंबाई - 151 मीटर
प्रतिमा के ऊपर छत्र - 20 मीटर
प्रतिमा के नीचे चबूतरा - 50 मीटर
म्यूजियम में यह होगा
-अयोध्या का इतिहास।
-भगवान राम की जीवनी व विभिन्न स्वरूप तथा स्थल।
-इक्ष्वाकु वंश के इतिहास में राजा मनु से लेकर राम जन्मभूमि तक की जानकारी।
-भगवान विष्णु के समस्त अवतार।
पद्म भूषण व मूर्तिकार राम वी सुतार का कहना है कि भगवान राम की प्रतिमा का डिजाइन बनाकर पांच वास्तुविद लखनऊ गए थे। मेरे डिजाइन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहमति जताई है। साथ ही उन्होंने यह भी इच्छा जताई है कि प्रतिमा का निर्माण चीन की बजाय भारत में हो। इससे यहां के लोगों को रोजगार मिले। हमने नोएडा में प्रतिमा निर्माण करने की सहमति दे दी है। प्रतिमा निर्माण का काम साढ़े तीन साल में पूरा कर लिया जाएगा।