Move to Jagran APP

रावण वध से पहले कृष्णपाल गुर्जर और विपुल गोयल के बीच चले तीखे शब्दबाण

कृष्णपाल गुर्जर और उद्योग मंत्री विपुल गोयल के बीच आपसी तनातनी एक बार फिर खुलकर सामने आ गई। रावण वध से पहले दोनों मंत्रियों की तनातनी के बीच खुलकर शब्दबाण चले।

By Edited By: Published: Fri, 19 Oct 2018 08:19 PM (IST)Updated: Fri, 19 Oct 2018 09:02 PM (IST)
रावण वध से पहले कृष्णपाल गुर्जर और विपुल गोयल के बीच चले तीखे शब्दबाण

फरीदाबाद, जेएनएन। न्यू इंडस्ट्रियल टाउन (एनआइटी) के ऐतिहासिक दशहरा मैदान में केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर और उद्योग मंत्री विपुल गोयल के बीच आपसी तनातनी एक बार फिर खुलकर सामने आ गई। रावण वध से पहले दोनों मंत्रियों की तनातनी के बीच खुलकर शब्दबाण चले। पिछले 67 साल से एनआइटी में दशहरा पर्व का आयोजन स्थानीय लोग करते आ रहे हैं, मगर पिछले दो साल से स्थानीय विधायक सीमा त्रिखा और आयोजन समिति के सदस्यों के बीच विवाद के चलते जिला प्रशासन ने इस पर्व के आयोजन का जिम्मा संभाला हुआ है।

loksabha election banner

दशहरा की शुभकामनाएं अवश्य देंगे
पिछले साल मुख्यमंत्री मनोहर लाल को प्रशासन ने बतौर मुख्य अतिथि बुलाया था। इस बार भी जिला प्रशासन ने दशहरा पर्व के मौके पर सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया था। हालांकि मंच से किसी को भी बोलने की अनुमति नहीं थी मगर उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने अतिरिक्त उपायुक्त जीतेंद्र दहिया से कहा कि वे उपस्थित शहरवासियों को दशहरा की शुभकामनाएं अवश्य देंगे। इससे पहले भी जिला उपायुक्त और केंद्रीय राज्यमंत्री के बीच रावण दहन को लेकर तीखा वार्तालाप हुआ।

बुजुर्ग स्वतंत्रता सेनानी को किया आमंत्रित 
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार जिला प्रशासन ने रावण दहन के लिए जिले के सबसे बुजुर्ग स्वतंत्रता सेनानी को आमंत्रित किया हुआ था, मगर गुर्जर स्वयं रावण दहन करना चाहते थे। गोयल जब मंच से बोले तो उन्होंने दशहरा के पर्व पर राजनीति करने वालों को नसीहत देते हुए कहा कि भाईचारा बिगाड़ने वाले यह समझ लें कि जनता के हाथ में धनुष बाण है। जब जनता का तीर चलेगा तो रावण रूपी बुराई का नाश होगा।

एक दूसरे पर साधा निशाना 
गोयल ने अप्रत्यक्ष तौर पर गुर्जर व विधायक सीमा त्रिखा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 67 साल से जो दशहरा कमेटी आयोजन करती आ रही है, उस भाईचारे को खराब करने के लिए राजनीति नहीं होनी चाहिए। इस पर विधायक सीमा त्रिखा ने विपुल गोयल का नाम लिए बिना नसीहत दी कि राजनीति में उसका अंत निश्चित है जो अपनी मर्यादा और कार्यक्षेत्र भूल जाता है।

शब्दबाण भी चले 
बात यहीं नहीं रुकी केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने तो विपुल गोयल पर सीधे शब्दबाण फेंके। कहा कि, उन्होंने किसी के साथ कोई छलकपट नहीं किया। उन्होंने कभी जनता के साथ राजनीति नहीं की बल्कि बहुत से लोगों को अंगुली पकड़कर राजनीति में लेकर आए हैं। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने कभी किसी की जमीन पर कब्जा नहीं किया, किसी के पैसे नहीं मारे।

बेगानी शादी में अब्दुला दीवाना
केंद्रीय राज्यमंत्री के बोलने के बाद उत्तर प्रदेश के मीरापुर से विधायक अवतार भड़ाना ने अपना उद्बोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की पीड़ा है कि फरीदाबाद की जो परंपरा देश के विभाजन के समय से चली आ रही हैं। उन्हें राजनीति के चलते तोड़ा जा रहा है। उन्होंने केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर का नाम लिए बिना कहा कि जो जनता को सताता है, जनता को लूटता है, ऐसे लोगों का रावण की तरह पतन होता है। हालांकि बाद में गुर्जर ने भड़ाना के लिए यहां तक कहा कि बेगानी शादी में अब्दुला दीवाना। इसी बीच जब भड़ाना मंच से बोल रहे थे तो गुर्जर और विपुल गोयल के बीच खुलकर नोकझोंक हुई। दोनों ने एक दूसरे से कहा कि धार्मिक आयोजन में राजनीति नहीं करनी चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.