अब कोर्ट पहुंचा कांग्रेस नेता आजाद व सोज के विवादित बयानों का मामला
कश्मीर को लेकर पहले गुलाम नबी आजाद और फिर कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज के बयान से हंगामा खड़ा हो गया है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रधान प्रो. सैफुद्दीन सोज और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के कश्मीर और सुरक्षाबलों पर विवादास्पद बयानों का मामला दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट पहुंच गया है। याचिकाकर्ता ने दोनों नेताओं के खिलाफ आपराधिक शिकायत दी है।
बता दें कि दोनों कांग्रेसी नेताओं के बयान से राज्य में राजनीति गरमा गई है। इन दोनों नेताओं के बयान की प्रदेश भाजपा व पैंथर्स पार्टी ने कड़ी आलोचना की है, वहीं कांग्रेस ने सोज के बयान से किनारा करते हुए आजाद का बचाव करने की कोशिश की है।
भाजपा के प्रदेश प्रधान रविंद्र रैना ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद केंद्र व राज्य में अहम पदों पर रहे हैं। ऐसे में उनसे इस प्रकार की बयान की उम्मीद नहीं की जा सकती है। उनके बयान से सभी का दिल दुखा है। ऐसे बयानों से आतंकियों का दुस्साहस ही बढ़ेगा। उन्होंने सोज के बयान पर कहा कि इससे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की मानसिकता का पता चलता है। कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और रहेगा।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता बिग्रेडियर अनिल गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस नफरत की राजनीति कर रही है और कश्मीर की आजादी के लिए बात कर रही है। उन्होंने कहा कि आजाद के बयान की आतंकी संगठन लश्कर ने प्रशंसा की है। इससे कांग्रेस की मानसिकता का पता चलता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भारत में पाकिस्तान का दुष्प्रचार कर रही है और संप्रदाय की राजनीति कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता रविंद्र शर्मा ने सोज के बयान से किनारा करते हुए कहा कि कश्मीर को लेकर पार्टी का रवैया पूरी तरह से स्पष्ट है। कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा। पार्टी किसी भी हाल में सोज के बयान का समर्थन नहीं करती है। वहीं गुलाम नबी आजाद के बयान पर प्रवक्ता ने कहा कि आजाद के बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आजाद ने कहा है कि आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का अभियान तो ठीक है, लेकिन निर्दोष लोग नहीं मरने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बढ़े दुर्भाग्य की बात है कि भाजपा आजाद को देशद्रोही बता रही है।