कोल माफिया ने कराया था सेल के चेयरमैन अनिल कुमार पर हमला, 7 आरोपित गिरफ्तार
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के चेयरमैन अनिल कुमार चौधरी पर हमला करने के आरोप में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली,जेएनएन। राजधानी में पिछले महीने स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के चेयरमैन अनिल कुमार चौधरी पर हमला उनकी हत्या के इरादे से किया गया था। षड्यंत्र वसंतकुज निवासी कोल माफिया ने रचा था। उसने भाड़े के बदमाशों को हत्या की सुपारी दी थी, लेकिन असफल होने पर इस घटना को रोडरेज की शक्ल दे दी। दिल्ली पुलिस ने मामले में मुख्य आरोपित ठेकेदार एके सिंह सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
अन्य आरोपितों की पहचान सुनील बल्हारा, सतेंद्र उर्फ कत्यान, ओम प्रकाश, अमरजीत, ललित और प्रवेश के रूप में हुई है। क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शुरुआत में मामला रोडरेज का लग रहा था, लेकिन पांचवें आरोपित की गिरफ्तारी से मामले से पर्दा उठा। जांच में पता चला कि सेल के चेयरमैन अनिल कुमार की हत्या के लिए छह लाख रुपये की सुपारी दे दी गई थी।
कोल माफिया एके सिंह ने सौ करोड़ रुपये के कोयले की डील से जुड़े मामले में अनिल कुमार की हत्या की साजिश रची थी। वसंतकुंज निवासी एके ¨सह का सफदरजंग में दुबई की एक कंपनी के नाम से अपना कार्यालय है। यह कंपनी आरोपित के बेटे के नाम से बताई जा रही है। आरोपित खुद को इस कंपनी का भारत का प्रतिनिधि बताते हुए कोयले की डील कर रहा था।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक कोयले के आयात के लिए सेल और दुबई स्थित कंपनी के बीच एक डील हुई थी। उसे अमेरिका की एक कंपनी के जरिये कोयले की आपूर्ति कराई जाती है। डील के लिए सेल ने 30 करोड़ रुपये की पहली किश्त का भुगतान कर दिया था, लेकिन कोयले की गुणवत्ता की जांच करने पर पता चला कि आयात किया जाने वाला कोयला गुणवत्ता मानक को पूरा नहीं कर रहा है। इस वजह से डील रद कर दी गई। इससे एके ¨सह को करीब 85 करोड़ का नुकसान हुआ था। वह डील के रद होने से बेहद नाराज था। किसी भी तरह अपनी डूबी रकम निकलवाने की जुगत में लगा था। इसके लिए उसने चेयरमैन पर दबाव बनाया था, लेकिन वह अडिग रहे।
ऐसे रची गई थी साजिश
जांच में पता चला है कि अनिल कुमार को हनी ट्रैप में भी फंसाने की कोशिश की गई थी, लेकिन बात नहीं बनी तो एके सिंह ने अनिल कुमार पर हमले की साजिश रची। आरोपित ने बदमाशों को हत्या करने के बाद रोडरेज का मामला बनाने को कहा था। सात अगस्त को जब अनिल कुमार कार्यालय से घर जा रहे थे तो साउथ एक्सटेंशन स्थित सुनसान जगह पर उनकी कार एक अन्य कार से टकरा गई थी। दूसरी कार में चार लोग थे। उन्होंने अनिल कुमार पर हमला किया। उनकी चीख सुनकर इलाके में गश्त कर रहे पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और दो हमलावरों को गिरफ्तार किया। बाद में दो अन्य आरोपितों को भी दबोचा लिया गया था। उनके बयान पर इस घटना को पुलिस ने रोडरेज का मामला मान लिया था।
इसी बीच पांचवें आरोपित सतेंद्र को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो साजिश से पर्दा उठ गया। पुलिस को उसने बताया कि हरियाणा निवासी उसके जीजा सुनील बल्हारा ने चेयरमैन की हत्या करने की जिम्मेदारी उसे सौंपी थी। उसने भाड़े के चार बदमाशों को यह काम सौंपा था। इसके बाद सुनील को गिरफ्तार किया गया। उसने मुख्य साजिशकर्ता व कोल माफिया एके सिंह के नाम का पर्दाफाश किया। उसने सुनील को नकदी दी थी व अन्य फायदे दिलाने की भी बात कही थी।