काले चश्मे के फेर में सीनियर सीओ ने जूनियर को किया सैल्यूट, बना चर्चा का विषय
नोएडा में नामांकन के दौरान ड्यूटी पर तैनात एक सीनियर सीओ ने जूनियर को सैल्यूट किया जो कि चर्चा का विषय बना हुआ है।
नोएडा [प्रवीण विक्रम सिंह]। लोकसभा चुनावी चक्र में नेताओं के साथ-साथ पुलिस के अधिकारी भी गफलत का शिकार हो रहे है। सोमवार दोपहर डेढ़ बजे जिलाधिकारी कार्यालय के गेट पर भी ऐसा ही एक वाक्या हुआ। गेट पर जिले के दो अलग-अलग सर्किल में तैनात सीनियर अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। काला चश्मा लगाए 2007 बैच के एक सीओ भी गेट पर तैनात थे।
करीब डेढ़ बजे डीएम बीएन सिंह और एसएसपी वैभव कृष्ण की गाड़ियों का काफिला कलक्ट्रेट परिसर से बाहर निकला। काफिले के बाहर निकलते ही गेट पर तैनात दो सीओ, दो इंस्पेक्टर और तीस से अधिक पुलिसकर्मियों ने एक साथ डीएम-एसएसपी को सैल्यूट किया। इसी बीच एसपी देहात आइपीएस विनीत जायसवाल की गाड़ी भी वहां से निकली।
काले चश्मे के फेर में सीओ ने किया सैल्यूट
गेट पर तैनात 2007 के बैच के एक सीओ को लगा कि गाड़ी के अंदर एसपी देहात है, लेकिन उसमें सीओ बैठे थे। बाहर खड़े सीओ काला चश्मे लगाए हुए थे। काले चश्मे के फेर में सीओ ने तुरंत सैल्यूट किया। सैल्यूट करते ही एसपी की गाड़ी के पिछले दरवाजे का शीशा उतार कर 2008 बैच के एक सीओ ने अंदर से अंगूठा दिखाया। जूनियर सीओ के अंगूठा दिखाते ही सीनियर सीओ को एहसास हुआ कि उन्होंने जूनियर को सैल्यूट कर दिया।
जूनियर सीओ के अंगूठा दिखाकर चुटकी लेते ही सीनियर सीओ ने एक स्माइल देते हुए कहा कि बाद में मुलाकात होगी। सोमवार को जिलाधिकारी गेट पर हुआ यह वाक्या पुलिसकर्मियों के बीच चर्चा का विषय बना रहा।
गेट पर पुख्ता रही सुरक्षा
बता दें कि सोमवार को लोकसभा प्रत्याशियों के नामांकन का अंतिम दिन था। अंतिम दिन गेट पर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रही। दो सीओ, इंस्पेक्टर, दारोगा और सिपाही सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक गेट पर तैनात रहे। प्रत्याशियों के समर्थकों को गेट के अंदर जाने से रोका गया। प्रत्याशियों के प्रस्तावक को ही अंदर जाने दिया गया।