सीएम ने सरकारी स्कूलों की सफलता पर की शिक्षकों से बात, कहा- कठिन मेहनत का परिणाम है यह रिजल्ट
केजरीवाल ने कहा कि पांच साल में शिक्षा विभाग में अद्भुत काम हुए हैं। इस बैठक में केजरीवाल ने कहा कि इन नतीजों ने यह भी साबित कर दिया कि सरकारी स्कूलों के शिक्षक किसी से कम नहीं हैं
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। 12वीं की परीक्षा में 98 फ़ीसद परिणाम को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐतिहासिक और अप्रत्याशित करार दिया है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं शिक्षकों के साथ बैठक में मंगलवार को केजरीवाल ने कहा कि हमने सपने में भी ऐसे शानदार रिजल्ट की कल्पना नहीं की थी। यह शिक्षा अधिकारियों, प्रधानाचार्यों, शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों की कठिन मेहनत का परिणाम है।
मेहनत पर गर्व है
वहीं, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली की टीम एजुकेशन की मेहनत पर आज पूरे देश को गर्व है। सिसोदिया ने दिल्ली के हर शिक्षक को बधाई दी। उन्होंने कहा आर्थिक मंदी के दौर में ऐसे शानदार रिजल्ट के जरिए हम भविष्य को सुरक्षित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बहुत से अभिभावकों की नौकरी चली गई तथा बहुत से लोगों को व्यवसाय में नुकसान हुआ। जिन लोगों को प्राइवेट स्कूलों की फीस भरने में कठिनाई होगी, उन्हेंं चिंता की कोई बात नहीं है। उनके बच्चों का भविष्य हमारे सरकारी स्कूलों में सुरक्षित है। सिसोदिया ने कहा कि हमने शिक्षा क्रांति का बड़ा सपना देखा था। हमने स्कूल और बिल्डिंग अच्छी बना दी, ट्रेनिंग भी अच्छी करा दी, और अब नतीजे भी अच्छे आ रहे हैं।
कैंसर पीड़ित छात्रा व स्पेशल चाइल्ड ने अच्छा किया रिजल्ट, शिक्षा मंत्री ने दी बधाई
इस मौके पर विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्यों ने भी अनुभव शेयर किए। द्वारका सेक्टर 10 के अनिल कुमार ने बताया कि शिक्षकों ने कमजोर बच्चों की पहचान करके उनकी क्षमता के अनुरूप असाइनमेंट देकर मनोबल बढ़ाया। इस दौरान सिसोदिया ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर कैंसर पीड़िता छात्रा अंकिता शर्मा को सफलता की बधाई दी। प्रधानाचार्य किरण शर्मा ने बताया कि बुलबुल नामक स्पेशल चाइल्ड ने भी अच्छा रिजल्ट हासिल किया। मीटिंग में स्कूल ऑफ एक्सेलेंस, द्वारका सेक्टर 22 की प्रधानाचार्य ऋतु पुरी ने बताया कि उनके स्कूल से 158 छात्रों ने परीक्षा दी थी और न सिर्फ सभी पास हुए बल्कि औसत क्वालिटी इंडेक्स 435.92 रहा।