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कोरोना संकट के बीच CM केजरीवाल ने दी राहत भरी खबर, सक्रिय मरीजों के मामले में दिल्ली 10वें नंबर पर

कोरोना संक्रमण के मामलों में आई गिरावट के बाद सक्रिय मरीजों के मामले में भी दिल्ली देश में दूसरे स्थान से अब दसवें स्थान पर पहुंच गई है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sun, 26 Jul 2020 10:01 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jul 2020 07:31 AM (IST)
कोरोना संकट के बीच CM केजरीवाल ने दी राहत भरी खबर, सक्रिय मरीजों के मामले में दिल्ली 10वें नंबर पर
कोरोना संकट के बीच CM केजरीवाल ने दी राहत भरी खबर, सक्रिय मरीजों के मामले में दिल्ली 10वें नंबर पर

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। कोरोना संक्रमण के मामलों में आई गिरावट के बाद सक्रिय मरीजों के मामले में भी दिल्ली देश में दूसरे स्थान से अब दसवें स्थान पर पहुंच गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजीरवाल ने राज्यों की यह सूची ट्विटर पर साझा की है। साथ ही कहा कि यह राजधानी वालों के लिए राहत की बात है। केजरीवाल ने कहा कि हालात में सुधार होने के बावजूद संतुष्ट होने के लिए कोई जगह नहीं है और लोगों को पूरी एहतियात बरतनी होगी। दिल्ली में फिलहाल 11 हजार, 904 सक्रिय मरीज हैं।

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राज्यों में सक्रिय मरीजों की स्थिति

राज्य   मरीज

महाराष्ट्र 1,45,481

कर्नाटक 55,385

तमिलनाडु 52273

आंध्र प्रदेश 44,431

उत्तर प्रदेश 23,921

वेस्ट बंगाल 19,391

गुजरात 12,697

बिहार 12,361

तेलंगाना 12,264

दिल्ली 11904

इधर, सीरो सर्वे के दौरान जिन लोगों में कोविड-19 के खिलाफ शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र द्वारा विकसित एंटीबॉडी मिली थीं, उन्हें अभी तक रिपोर्ट नहीं मिली है। यदि उनको रिपोर्ट मिले और प्लाज्मा दान करने के दिशा-निर्देश में बदलाव किए जाएं तो सीरो सर्वे में एंटीबॉडी पॉजिटिव पाए गए लोग प्लाज्मा दान कर कोरोना के मरीजों की जान बचाने में मददगार हो सकते हैं।

हालांकि, मौजूदा दिशा-निर्देश के अनुसार ये लोग शरीर में कोरोना से लडने वाली एंटीबॉडी होने के बावजूद प्लाज्मा दान नहीं कर सकते। क्योंकि प्लाज्मा दान के लिए कोरोना की आरटी-पीसीआर या एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट पहले पॉजिटिव होना जरूरी है, तभी ठीक होने पर प्लाज्मा दान किया जा सकता है। इसके लिए अच्छी मात्र में एंटीबॉडी होना भी जरूरी है।

लोकनायक अस्पताल के निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि सीरो सर्वे में जिन लोगों में एंटीबॉडी पाई गई वे प्लाज्मा दान नहीं कर सकते, क्योंकि दिशा-निर्देश के मुताबिक पहले आरटी-पीसीआर टेस्ट पॉजिटिव होना जरूरी है। यकृत व पित्त विज्ञान केंद्र (आइएलबीएस) के प्लाज्मा बैंक की प्रभारी डॉ. मीनू वाजपेयी ने कहा कि यदि मौजूदा दिशा-निर्देश में बदलाव हो तो ये लोग भी प्लाज्मा दान कर सकते हैं।


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