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शहर को जल्‍द मिलेगी नए एयर मॉनिटरिंग स्टेशन की सौगात, जानें क्‍या होगा फायदा

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की स्वीकृति के बाद इस पर जल्द ही कार्रवाई शुरू हो जाएगी। आगामी चार माह के अंदर इसे स्थापित कर दिया जाएगा।

By Edited By: Published: Mon, 24 Dec 2018 07:09 PM (IST)Updated: Tue, 25 Dec 2018 05:40 PM (IST)
शहर को जल्‍द मिलेगी नए एयर मॉनिटरिंग स्टेशन की सौगात, जानें क्‍या होगा फायदा
शहर को जल्‍द मिलेगी नए एयर मॉनिटरिंग स्टेशन की सौगात, जानें क्‍या होगा फायदा

ग्रेटर नोएडा, [पंकज मिश्रा]। परिवेशीय वायु गुणवत्ता को मापने के लिए शहर को एक और एयर मॉनिटरिंग स्टेशन की सौगात मिलेगी। ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित गौतमबुद्ध बालक इंटर कॉलेज में एक स्वचालित रियलटाइम एयर मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित किया जाएगा। इससे पहले शारदा विश्वविद्यालय में भी स्वचालित एयर मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित किया जा चुका है। इस संबंध में यूपीपीसीबी (उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) से कार्रवाई तेज हो गई है और विभागीय प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो चुकी है।

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अगले चार साल में होगी स्‍थापित
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की स्वीकृति के बाद इस पर जल्द ही कार्रवाई शुरू हो जाएगी। आगामी चार माह के अंदर इसे स्थापित कर दिया जाएगा। इस समय ग्रेटर नोएडा में एक स्वचालित व दो मैनुअल एयर मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित हैं, जिनके जरिए परिवेशीय वायु गुणवत्ता का आकलन किया जा रहा है।

इससे पहले केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में एयर मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित किए गए। नए एयर मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित होने के बाद ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों को भी इससे वायु की गुणवत्ता जांचने में मदद मिलेगी।

यह होंगे फायदे
इससे जहां एक तरफ परिवहन व अन्य तरह से होने वाले प्रदूषण को मापा जा सकेगा, वहीं उद्योगों की भी मॉनिटरिंग में मदद मिलेगी। इसके साथ ही स्वचालित स्टेशन में लगी स्क्रीन से किसी भी समय परिवेशीय वायु प्रदूषण की आसानी से जानकारी मिल सकेगी।

इंटरनेट के जरिए मिलेगी वायु गुणवत्ता की जानकारी 
वहीं, कहीं से भी इंटरनेट के जरिए शहर की वायु गुणवत्ता को जांचने में मदद मिलेगी। इसके जरिए ही पीएम 2.5 व पीएम 10 सरीखे खतरनाक कणों की वायु में मौजूदगी के बारे में भी जानकारी मिलती है। नेशनल एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग प्रोग्राम के अंतर्गत देश के 126 शहरों में 341 स्टेशन के माध्यम से प्रदूषण की जांच होती है, जिसमें स्वचालित मॉनिटरिंग स्टेशन कुछ ही शहरों में है। इनमें दिल्ली, चेन्नई, मुंबई, पुणे, कोलकाता, हैदराबाद, जयपुर के अलावा कई अन्य बड़े शहर शामिल हैं।


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