FB पर दोस्ती के बाद गलती कर बैठी AIIMS की नर्सिंग ऑफिसर, शादी का वादा कर लगाया 34 लाख का चूना
Delhi Crime जांच के दौरान दिल्ली पुलिस ने आरोपित को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ी से हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है।
नई दिल्ली [विवेक त्यागी]। Delhi Crime: देश के नामी स्वास्थ्य संस्थान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (All India Institute of Medical Sciences, New Delhi) में कार्यरत नर्सिंग ऑफिसर को अनजान शख्स से फेसबुक पर दोस्ती करना भारी पड़ गया। यह शातिर फेसबुक फ्रेंड दोस्ती के बाद शादी का झांसा देकर नर्सिंग ऑफिसर के करीब आया फिर तकरीबन 34 लाख रुपये का चूना लगा दिया। पीड़िता ने महरौली थाने में शिकायत दर्ज कराकर आरोपित मोहम्मद सादिक इमरान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। जांच के दौरान दिल्ली पुलिस ने आरोपित को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ी से हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है।
डीसीपी दक्षिणी अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपित मोहम्मद सादिक इमरान है। एसएचओ महरौली हरेंद्र सिंह के नेतृत्व में सब-इंस्पेक्टर सोहनलाल, कांस्टेबल बलबीर व विश्राम की टीम ने आरोपित को गिरफ्तार किया।
क्या था मामला
पुलिस ने बताया कि महरौली थानाक्षेत्र में रहने वाली एक युवती एम्स अस्पताल में नर्सिंग ऑफिसर है। एक जुलाई 2018 को फेसबुक पर उन्हें मोहम्मद सादिक इमरान की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। उसके प्रोफाइल में दोस्तों के वेरिफिकेशन के बाद युवती ने रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली। इसके बाद दोनों की बातचीत होने लगी। आरोपित ने युवती को शादी का झांसा दिया और विश्वास दिलाने के लिए लेह-लद्दाख घुमाने लेकर गया। इसके बाद वह पीड़िता से लगातार संपर्क में रहा और मिलता-जुलता रहा। इसी दौरान आरोपित ने शादी से पहले होटल खोलने की बात कहकर पीड़िता से पैसों की डिमांड की। झांसे में आकर पीड़िता ने उसे करीब 34 लाख रुपए दे दिए। रकम मिलने के बाद आरोपित ने पीड़िता का फोन उठाना व बात करना बंद कर दिया। इसके बाद ही पीड़िता को ठगी की जानकारी हुई और उन्होंने महरौली थाने में शिकायत देकर गत पांच मार्च को धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया।
25 लाख रुपए लोन लेकर दिए
एसएचओ महरौली हरेंद्र सिंह के मुताबिक पीड़िता ने बताया कि उसके पास आरोपित मोहम्मद सादिक इमरान को एक मुश्त देने के लिए इतनी रकम नहीं थी। लिहाजा उसने करीब नौ लाख रुपये तो उसे कई बारी में दिए। इसके बाद भी आरोपित होटल खोलने के लिए पैसों की मांग करता रहा तो पीड़िता ने अपनी तनख्वाह पर 25 लाख रुपए का लोन लिया और रकम आरोपित को ट्रांसफर की।
सर्विलांस के जरिए आरोपित तक पहुंची पुलिस
पीड़िता की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस टीम ने जिस बैंक खाते में रकम ट्रांसफर की गई थी उसकी डिटेल खंगाली। साथ ही आरोपित के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाकर उसकी लोकेशन ट्रेस की। आरोपित की लोकेशन आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में मिलने के बाद पुलिस टीम वहाँ के लिए रवाना हुई और आरोपित को गिरफ्तार किया।