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Bank fraud Case: 190 करोड़ की बैंक लोन धोखाधड़ी में दिल्ली-NCR में सीबीआइ की छापेमारी

Bank fraud Case कई वर्षों के दौरान कंपनियों द्वारा लिया गया लोन 2013-14 में एनपीए बन गया है इस बाबत सीबीआइ की ओर से यह कार्रवाई की गई।

By JP YadavEdited By: Published: Sat, 25 Jul 2020 07:58 AM (IST)Updated: Sat, 25 Jul 2020 07:58 AM (IST)
Bank fraud Case: 190 करोड़ की बैंक लोन धोखाधड़ी में दिल्ली-NCR में सीबीआइ की छापेमारी
Bank fraud Case: 190 करोड़ की बैंक लोन धोखाधड़ी में दिल्ली-NCR में सीबीआइ की छापेमारी

नई दिल्ली, पीटीआइ। Bank fraud Case: जाली दस्तावेजों के जरिये बैंक लोन की 190.76 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के सिलसिले में केंद्रीय जांच एजेंसी (Central Bureau of Investigation) ने शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में तीन स्थानों पर छापेमारी की।अधिकारियों ने बताया कि बैंक ऑफ बड़ौदा की शिकायत पर सीबीआइ ने श्री सिद्धदाता इस्पात प्राइवेट लिमिटेड, गोवर्धन इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, श्री सिद्धदाता स्टील ट्यूब्स, सुदर्शन ट्यूब्स और अन्य के खिलाफ एफआइआर दर्ज की थी। इसके बाद यह कार्रवाई की गई। इन कंपनियों के प्रमोटरों और डायरेक्टरों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है जिनमें ओम प्रकाश गुप्ता, प्रदीप कुमार गुप्ता, राजेश कुमार गुप्ता, सुरेश कुमार गुप्ता, मंजु गुप्ता व अन्य शामिल हैं।

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गौरतलब है कि पिछले कई वर्षों के दौरान इन कंपनियों द्वारा लिया गया लोन 2013-14 में एनपीए बन गया था। बैंक ने फोरेंसिक ऑडिट कराया जिसमें अकाउंट बुक्स के रखरखाव में अनियमितता, फर्जी लेनदेन, समुचित कॉस्ट अकाउंट्स के अभाव और डाइवर्जन ऑफ फंड्स इत्यादि का पता चला। सीबीआइ प्रवक्ता आरके गौर ने कहा, जिस कार्य के लिए लोन लिया गया था, उससे इतर कार्य के लिए धन गलत तरीके से डायवर्ट किया गया। लिहाजा नोएडा में दो और दिल्ली के एक स्थान पर छापेमारी कर संबंधित दस्तावेज और सामग्री बरामद की गई।


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