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राजधानी में बदमाशों के निशाने पर कैश वैन, बैंक भी नहीं हैं गंभीर

दिल्ली पुलिस बैंकों को एडवाइजरी जारी कर कैश वैन में सुरक्षा के तमाम इंतजाम करने को कहती रही है, लेकिन इसका असर नहीं दिखाई देता है।

By Amit MishraEdited By: Published: Fri, 27 Apr 2018 12:22 PM (IST)Updated: Fri, 27 Apr 2018 04:50 PM (IST)
राजधानी में बदमाशों के निशाने पर कैश वैन, बैंक भी नहीं हैं गंभीर
राजधानी में बदमाशों के निशाने पर कैश वैन, बैंक भी नहीं हैं गंभीर

नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। राजधानी में बदमाशों ने फिर कैश वैन को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। कैश वैन की सुरक्षा दिल्ली पुलिस के लिए हमेशा से बड़ी चुनौती रही है। गैर प्रशिक्षित सुरक्षा गार्ड और निजी कर्मियों के हाथों लाखों की नकदी का लेनदेन कभी भी बड़ी वारदात की वजह बन जाता है। लाखों की नकदी के स्थानांतरण को लेकर बैंक भी गंभीर नहीं हैं। दिल्ली पुलिस बैंकों को एडवाइजरी जारी कर कैश वैन में सुरक्षा के तमाम इंतजाम करने को कहती रही है, लेकिन इसका असर नहीं दिखाई देता है।

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कैश वैन बदमाशों का आसान निशाना

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार कैश वैन बदमाशों का आसान निशाना होती हैं। कैश को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने वाली एजेंसियां कहने के लिए तो हथियारबंद सुरक्षा गार्ड वैन में बैठा देती हैं, लेकिन वक्त आने पर वह हथियार बदमाशों को सौंपकर एक तरफ हट जाते हैं अथवा चौकस नहीं रहने पर बदमाशों की गोलियों का शिकार बन जाते हैं। कैश वैन के असुरक्षित होने का एक बड़ा कारण उनमें निजी कर्मियों की तैनाती भी है।

सुरक्षा में लापरवाही 

पुलिस अधिकारी के अनुसार कई मामलों की जांच में सामने आया है कि कैश लाने व ले जाने वाली कई एजेंसियां अपने कर्मचारी का पुलिस सत्यापन नहीं कराती हैं। दस्तावेज के नाम पर कर्मचारी के पास केवल पहचान पत्र या ड्राइविंग लाइसेंस की कॉपी होती है। कुछ मामलों में पाया गया कि प्राइवेट नंबर की गाड़ियों में ही कैश ले जाया जा रहा था, जबकि वाहन के चारों तरफ शीशों पर लोहे की ग्रिल तथा दरवाजे पर ताला लगा होने से बदमाशों के लिए गाड़ी का गेट खोलकर अंदर प्रवेश करना इतना आसान नहीं होता।

बदमाशों का बन जाते हैं मोहरा 

कई बार ऐसे लोगों को भी गाड़ी में भेज दिया जाता है, जिनका कैश से कोई लेना-देना नहीं होता है। पुलिस अधिकारी के अनुसार कैश वैन में तैनात कर्मचारियों का वेतन कम होता है। कई मामलों में यह भी देखने को मिला है कि रुपये के लालच में आकर वह बदमाशों का मोहरा बन जाते हैं।

यह भी पढ़ें: बाइक सवार बदमाशों ने कैशियर और गार्ड को मारी गोली, 12 लाख लूटकर हुए फरार

 

कैश वैन में लूटपाट के मामले

सितंबर 2012- दक्षिण दिल्ली में सुरक्षा गार्ड की हत्या कर कैश वैन से सवा पांच करोड़ रुपये की लूट

अगस्त 2013- मानसरोवर पार्क में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में कैश डालने पहुंचे कैश वैन के स्टाफ से 36 लाख रुपये की लूट

सितंबर 2013- करोलबाग में कैश वैन का चालक 54 लाख रुपये लेकर फरार

अक्टूबर 2013- दिलशाद गार्डन में कैश वैन से 88 लाख रुपये की लूट

नवंबर 2013- प्रसाद नगर में कैश वैन से हथियारबंद बदमाशों ने 12 लाख रुपये लूटे

दिसंबर 2016- पांडव नगर में बाइक सवार बदमाशों ने कैश वैन से 10 लाख रुपये लूटे

मई 2016- रोहिणी में बदमाशों ने कैश वैन में तैनात कर्मचारी को गोली मारकर 19 लाख रुपये लूटे

अप्रैल 2017- राजेंद्र नगर में कैश वैन से 26 लाख रुपये की लूट

जून 2017- उत्तर-पश्चिम जिला में कैश वैन के गार्ड को गोली मारकर 12 लाख रुपये की लूट

मार्च 2017- मियांवली में कैश वैन से 32 लाख रुपये की लूट

जून 2017- भलस्वा डेयरी में सुरक्षा गार्ड को गोली मारकर 12 लाख लूट फरार हुए बदमाश 


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