कनाडा के कारोबारी को होटल में 50 फीसद हिस्सा देने का दिया झांसा, 11 संपत्तियां करा ली अपने नाम, पढ़िए ठगी की पूरी कहानी
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने पांच सितारा होटल में हिस्सेदारी देने का झांसा देकर एक एनआरआइ कारोबारी की पूरी संपत्ति ठगने के आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित राज कुमार खत्री विकासपुरी के लक्ष्मी विहार अपार्टमेंट में रहता है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने पांच सितारा होटल में हिस्सेदारी देने का झांसा देकर एक एनआरआइ कारोबारी की पूरी संपत्ति ठगने के आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित राज कुमार खत्री विकासपुरी के लक्ष्मी विहार अपार्टमेंट में रहता है। उसने खुद को एक पांच सितार होटल का मालिक बता कर फर्जी कागजात के जरिये पीडि़त को झांसा दिया था। मूलरूप से पंजाब के जालंधर के नकोदर स्थित हीरां गांव से संबंध रखने वाले 78 वर्षीय सोहन लाल जिरह कनाडा में कारोबार करते हैं।
20 जनवरी को आर्थिक अपराध शाखा को दी शिकायत में उन्होंने बताया कि 2011 में राज कुमार खत्री आल इंडिया हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन का अध्यक्ष और त्रिमूर्ति इंपेक्स का मालिक बन उनसे मिला था। इस दौरान फर्जी कागजात के जरिये उसने दावा किया कि वह आइजीआइ एयरपोर्ट के पास एयरो सिटी में एक निर्माणाधीन पांच सितारा होटल का मालिक है। उसने बताया कि इस होटल की कुल कीमत 1,500 करोड़ रुपये है। उसके कई नेताओं व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से अच्छे संबंध हैं। ऐसे में जमीन व निर्माण संबंधी लागत मिलाकर उसके लिए होटल की कीमत 750 करोड़ रुपये पड़ रही है। आरोपित ने पीड़ित को होटल में हिस्सेदार बनाने का झांसा दिया और उनकी कनाडा स्थित सभी 11 संपत्तियों को अपने नाम करा लिया।
पीड़ित के दिल्ली आने पर आरोपित ने होटल का काम पूरा नहीं होने और उसे बड़े कारोबारियों को बेचने की बात कहकर उनके पैसे और संपत्ति को वापस करने की बात कही, लेकिन कई वर्ष तक वह पीड़ित को अलग-अलग बातें बताता रहा। परेशान होकर पीड़ित ने अपराध शाखा में शिकायत दी है। शाखा के अतिरिक्त आयुक्त आरके सिंह ने बताया कि 2012 में आरोपित ने फर्जी कागजात के जरिये कनाडा में रूहानी कंस्ट्रक्शन कंपनी बनाई, जिसमें उसने पीड़ित को निर्माणाधीन पांच सितारा होटल का पचास फीसदी हिस्सा देने का आश्वासन दिया।
इसके बदले में कारोबारी से कनाडा स्थित उसकी 11 संपत्तियों को कंपनी के नाम ट्रांसफर करा लिया। जांच में पता चला कि आरोपित उस होटल का न तो मालिक और न ही उसका कोई हिस्सा। इसके अलावा आरोपित पर फर्जीवाड़े के पहले भी कई मामले दर्ज हैं। बुधवार को पुलिस टीम ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।