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Delhi MCD Election 2022: दिल्ली नगर निगम चुनाव में 100 करोड़ का रहा प्रचार सामग्री कारोबार

Delhi MCD Election 2022 वर्ष 2017 में हुए एमसीडी चुनाव के मुकाबले चुनाव प्रचार सामग्री की मांग में 30 प्रतिशत तक की कमी रही है। लेकिन इस चुनाव में सदर बाजार के चुनाव प्रचार सामग्री का कारोबार तकरीबन 100 करोड़ रुपये का रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek TiwariPublished: Fri, 02 Dec 2022 12:28 PM (IST)Updated: Fri, 02 Dec 2022 12:28 PM (IST)
दिल्ली नगर निगम चुनाव में 100 करोड़ का रहा प्रचार सामग्री कारोबार

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव के साथ ही सदर बाजार का चुनावी बाजार गर्माहट लिए हुए हैं। चुनाव प्रचार शुक्रवार शाम तक प्रत्याशियों के रोड शो के साथ थम जाएगा। प्रचार के अंतिम दिन सभी प्रत्याशी व राजनीतिक दलें पूरी ताकत के साथ सड़क पर होंगी, तो लाजमी है कि प्रचार में पार्टियों का हर रंग दिखेगा।

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इस कारण बृहस्पतिवार को सदर बाजार में स्थित थोक प्रचार सामग्रियों की बिक्री वाली दुकानें देर रात तक खुली रहीं। वहां खूब चहल-पहल रही। बाजार के जानकारों के मुताबिक, इस चुनाव में सदर बाजार के चुनाव प्रचार सामग्री का कारोबार तकरीबन 100 करोड़ रुपये का रहा है।

पोस्टर से लेकर बड़े नेताओं के कटआउट की रही मांग

चुनाव शुरू होने के साथ ही यहां से आम आदमी पार्टी (आप), भाजपा व कांग्रेस पार्टी के साथ ही बसपा, आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) समेत अन्य राजनीतिक दलों के बैनर, झंडे व पोस्टर से लेकर बड़े नेताओं के कटआउट की मांग रही है। हालांकि, इंटरनेट मीडिया का प्रभाव इस चुनाव में खूब दिखाई दिया।

इसलिए वर्ष 2017 में हुए एमसीडी चुनाव के मुकाबले चुनाव प्रचार सामग्री की मांग में 30 प्रतिशत तक की कमी रही है।कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के मुताबिक एमसीडी चुनाव की वजह से दिल्ली में चार दिसंबर तक लगभग 100 करोड़ रुपये तक चुनाव सामग्री सामान की बिक्री की संभावना है।

ढोल व फूल विक्रेताओं को चुनाव के जरिये मिला व्यापार

इसी तरह ढोल व फूल विक्रेताओं को भी चुनाव के जरिये अतिरिक्त व्यापार मिला है। कैट के अध्यक्ष प्रवीन खंडेलवाल के मुताबिक पहले चुनावों में बैनर, पोस्टर व होर्डिंग की भरमार रहती थी, लेकिन पाबंदियां लगने के बाद अब चुनाव सामग्री में मूलरूप से चुनाव चिन्ह से युक्त झंडे, टोपी, काटन के पटके, विभिन्न प्रकार के बिल्ले, मफलर, टी शर्ट, महिलाओं की बिंदी व हाथ के चूड़े समेत अन्य की मांग ज्यादा है।

जहां राजनीतिक दल भी सीधे यह सामान खरीद रहे हैं वहीं पार्टी व निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव प्रचार सामग्री खरीदने में पीछे नहीं रहते हैं।

सदर बाजार के चुनाव प्रचार सामग्री विक्रेता एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि चुनाव सर्दी में हो रही है। इसलिए चुनाव प्रचार सामग्रियों में गर्म मफलर और टीशर्ट के साथ टोपी की मांग है। हालांकि इंटरनेट मीडिया का असर प्रचार सामग्रियों की बिक्री पर पड़ा है।

क्या कितने में बिक रहा

ऊनी टीशर्ट : 100 रुपये से 350 रुपये में

मफलर : 10 रुपये से 60 रुपये में

झंडे : साढ़े पांच रुपये से 70 रुपये में


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