चीन के खिलाफ अभियान को मिल रहा अंतरराष्ट्रीय समर्थन, करीब 80,000 लोगों ने किया डिजिटल हस्ताक्षर
25 मई से प्रारंभ हुए स्वदेशी जागरण मंच के इस स्वदेशी स्वालंबन हस्ताक्षर अभियान से अब तक देश में 79446 लोग जुड़े हैं।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। कोरोना को लेकर वैश्विक स्तर पर चौतरफा घिरे चीन के खिलाफ चलाए जा रहे एक भारतीय अभियान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी समर्थन मिल रहा है। स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) के डिजिटल हस्ताक्षर अभियान से अब तक 15 देशों के लोगों ने जुड़कर चीन के अधिनायकवादी व मानवता विरोधी नीतियों का विरोध किया है। देश में भी इस अभियान ने असरदार माहौल बनाया है।
25 मई से प्रारंभ हुए एसजेएम के इस स्वदेशी स्वालंबन हस्ताक्षर अभियान से अब तक देश में 79,446 लोग जुड़े हैं। इसी तरह 15 अन्य देशों के 559 लोगों का समर्थन मिला है। खास बात कि इसमें अमेरिका, आस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, जापान और नेपाल भी शामिल है। इस अभियान में लोगों से चीनी उत्पादों के बहिष्कार और स्वदेशी अपनाने को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
देश में इसको नेताओं के अलावा अभिनेता, खिलाड़ी, व्यापारी, उद्यमी, छात्र, पर्यावरण प्रेमी, देशभक्त व किसान के साथ कमोबेश हर वर्ग का समर्थन मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत के इस महामारी को अवसर के रूप में लेने और स्वदेशी को बढ़ावा देने के संकल्प के बीच यह अभियान लोगों को एकजुटता का पाठ पढ़ा रहा है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत व प्रताप चंद्र सारंगी, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया व राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सतीश पुनिया ने इस अभियान का समर्थन किया है। दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी भी इससे जुड़े हैं। कारोबारी संगठन भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के श्याम बिहारी मिश्र व कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के अध्यक्ष बीसी भरतिया व महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने भी समर्थन देते हुए इस अभियान को देश के 7 करोड़ व्यापारियों तक पहुंचाने का संकल्प लिया है।
भारतीय कृषक समाज व पीएचडी चैंबर के पदाधिकारी भी इस मुहिम के लिए आगे आए हैं। फिल्म अभिनेता मिलिंद सोमन व लद्दाख के सोनम वांगचुक के चीनी उत्पादों के खिलाफ अपील को इस अभियान से जोड़कर देखा जा रहा है। दंगल गर्ल खिलाड़ी बबीता फोगाट ने समर्थन में वीडियो जारी किया है। उन्होंने कहा कि हमें स्वदेशी को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्वदेशी वस्तुओं अपनाना चाहिए। एसजेएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता दीपक शर्मा ने कहा कि यह अभियान देश के सभी जिलों में पहुंच गया है।