JNU में 3 जून को CAA के खिलाफ हुआ था प्रदर्शन, विवि ने कहा छवि खराब न करें
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने शुक्रवार को कहा कि जेएनयू के कुछ संकाय सदस्यों ने 3 जून को परिसर में सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
नई दिल्ली, एएनआइ। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के रजिस्ट्रार ने शुक्रवार को कहा कि विवि प्रशासन के संज्ञान में आया है कि जेएनयू के कुछ संकाय सदस्यों ने 3 जून को परिसर में सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। संकाय सदस्यों का विरोध कोविद -19 के दिशा निर्देशों का उल्लंघन है। ऐसे में सभी से विश्वविद्यालय की छवि को खराब नहीं करने का अनुरोध किया जाता है।
बताया जा रहा है कि जेएनयू के कुछ शिक्षकों ने सीएए के खिलाफ परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और गिरफ्तार छात्रों के प्रति एकजुटता व्यक्त की। मामले की जानकारी होने पर विवि प्रशासन ने नाराजगी जताई है।
समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने शुक्रवार को अपने शिक्षकों से COVID-19 के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करके विश्वविद्यालय की छवि को खराब न करने की अपील की।
प्रदर्शन कर छवि खराब ने करेंः जेएनयू प्रशासन
रजिस्ट्रार प्रमोद कुमार ने शुक्रवार को कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने देखा कि कुछ संकाय सदस्यों ने 3 जून को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। जोकि कोविद 19 के दिशानिर्देशों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी संकाय सदस्यों से अनुरोध किया जाता है वे COVID-19 दिशानिर्देशों का उल्लंघन करके विश्वविद्यालय की छवि को खराब न करें।
जेएनयू शिक्षक संघ ने दी आरोपों पर सफाई
पीटीआइ के मुताबिक, जेएनयू शिक्षक संघ (जेएनयूटीए) ने कहा कि उन्होंने किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया। जेएनयूटीए के सचिव सुरजीत मजूमदार ने कहा कि फेडरेशन ऑफ सेंट्रल यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशंस (FEDCUTA) ने विरोध के साथ एकजुटता व्यक्त की थी। मजुमदार ने कहा कि कुछ संकाय सदस्य विरोध करने के लिए परिसर में एकत्र हुए थे, लेकिन उन्होंने शारीरिक दूरी के मानदंडों का पालन किया और किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया है। बता दें कि अभी हाल में ही शाहीन बाग में भी धरने की तैयारी चल रही थी लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।