2050 तक भारत में 35,000 मिलियन क्यूबिक मीटर से ज्यादा होगी गंदे पानी की मात्रा, CEEW की रिपोर्ट में दावा

भारत में अगर चुनिंदा क्षेत्रों में शोधित गंदे पानी (उपचारित अपशिष्ट जल) की बिक्री की व्यवस्था हो तो 2025 में इसका बाजार मूल्य 83 करोड़ रुपये होगा। 2050 में यह 1.9 अरब रुपये तक पहुंच जाएगा। (फाइल फोटो)