साइकिल से दफ्तर आ सकेंगे नौकरशाह, बनेगा 10 किलोमीटर लंबा साइकिल ट्रैक
एनडीएमसी की कोशिश हैं कि जो सरकारी अधिकारी अपने घर से साइकिल के जरिये दफ्तर जाना चाहे तो वह सुरक्षित और बिना परेशानी के पहुंच जाए। इसलिए एनडीएमसी मोती बात से लेकर रफी मार्ग तक दस किलोमीटर लंबा साइकिल ट्रैक बनाने की योजना पर काम कर रही है।
नई दिल्ली [निहाल सिंह]। लुटियंस दिल्ली में साइकिल सवारी सुरक्षित और आरामदायक हो इसके लिए नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) विशेष योजना बना रहा है। जिसमें लुटियंस दिल्ली के प्रमुख इलाके को साइकिल ट्रैक से युक्त किया जाएगा। जिस इलाके को इससे विशेष रूप से जोड़ा जाना है उसमें नार्थ और साउथ ब्लाक के साथ निर्माण भवन और कृषि भवन जैसे स्थान हैं। जहां पर साइकिल के लिए विशेष ट्रैक होंगे। एनडीएमसी की कोशिश हैं कि जो सरकारी अधिकारी अपने घर से साइकिल के जरिये दफ्तर जाना चाहे तो वह सुरक्षित और बिना परेशानी के पहुंच जाए। इसलिए एनडीएमसी मोती बाग से लेकर रफी मार्ग तक दस किलोमीटर लंबा साइकिल ट्रैक बनाने की योजना पर काम कर रही है।
एनडीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हम "साइकिल इन सिटी" परियोजना के तहत लुटियंस दिल्ली क्षेत्र को साइकिल के सुरक्षित उपयोग के प्रति नागरिकों को प्रेरित करने के साइकिल ट्रैक बनाने पर काम कर रहे हैं। पहले चरण में बीते वर्ष में हमने पांच किलोमीटर का साइकिल ट्रैक जोर बाग मेट्रो स्टेशन से लेकर लोधी गार्डन तक बनाया था। इसकी सफलता और नागरिकों की सकारात्मक सुझावों के बाद हम दूसरे चरण में दस किलोमीटर लंबे साइकिल ट्रैक बनाने पर कार्य कर रहे हैं। इसके लिए हम स्कूल आफ प्लानिंग एंड आर्टिटेक्चर के सलाहकार के दिशा-निर्देशों पर काम हो रहा है। जिसमें मोती बाग से लेकर रफी मार्ग तक का दस किलोमीटर लंबा साइकिल ट्रैक बनाया जाना है। उल्लेखनीय है कि मोतीबाग इलाके में बड़ी संख्या में सरकारी अधिकारियों के आवास हैं। ऐसे में यह साइकिल ट्रैक जब बन जाएगा तो संभवत: कई अधिकारी नागरिकों को साइकिल से दफ्तर जाने के लिए प्रेरित करते हुए नजर आएंगे।
योजना को लागू होने पर थोड़ी हो सकती है देर
चूंकि एनडीएमसी साइकिल इन सिटी योजना के दूसरे चरण में निर्माण भवन, कृषि भवन और रफी मार्ग जैसी सड़कों को जोड़ा जाना है इसलिए इसमें कुछ देरी हो सकती है। एनडीएमसी सेंट्रल विस्टा परियोजना के इस हिस्से का कार्य पूरा होने के बाद इस क्षेत्र के ट्रैक को अंतिम रूप देगी। ताकि सेंट्रल विस्टा के कार्य में कोई बाधा न आए।
नेहरु पार्क के चारो तरफ बनेगा ट्रैक
नेहरु पार्क में भी बड़ी संख्या में लोग साइकिल चलाने आते थे, लेकिन वहां पर बने सिथेंटिक जोगिंग ट्रैक की वजह से अब वहां साइकिल चलाना प्रतिबंधित हैं। ऐसे में लोगों को साइकिलिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए नेहरु पार्क के चारों तरफ यह साइकिल ट्रैक बनाया जाना है। इस पर 1.73 करोड़ के बजट का अनुमान है। इससे साइकिल से सैर करने वालों को सुविधा होगी। यह करीब चार से पांच किलोमीटर का होगा।
यह पूरा साइकिल ट्रैक का रुट
मोती बाग से शांति पथ और नार्थ और साउथ ब्लाक को यह ट्रैक जोड़ेगा। जिसमें रफी मार्ग के साथ कृषि भवन और निर्माण भवन की सड़कें भी इसमें शामिल होंगी।
शहरी क्षेत्र में लोग सेहत के प्रति सजग हो रहे हैं ऐसे में साइकिलिंग ऐसा माध्यम जो इसमें मदद करती है। इसलिए हम साइकिल ट्रैक बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। जल्द ही इस पर काम शुरू होगा।
कुलजीत चहल, सदस्य, एनडीएमसी