UP: गाजियाबाद में सामने आया धर्मांतरण का मामला, दो सगे भाइयों ने लिया फैसला
आरोप है कि मंदिर पहुंचते ही पुजारी ने दोनों भाइयों को रोक दिया। पुजारी ने पूजा से रोका और विरोध पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर उन्हें धक्का देकर मंदिर से बाहर निकाल दिया।
गाजियाबाद (जेएनएन)। दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में धर्मांतरण का मामला सामने आया है।जिले के साहिबाबाद की न्यू डिफेंस कॉलोनी में रहने वाले दो दलित भाइयों ने रविवार रात बौद्ध धर्म अपना लिया। दोनों ने 11 सितंबर को हनुमान मंदिर में प्रवेश न मिलने, पूजा करने से रोकने और पुजारी द्वारा जातिसूचक शब्द कहने का आरोप लगा तुलसी निकेतन पुलिस चौकी में शिकायत दी थी। पुराना बस अड्डा स्थित आंबेडकर पार्क में दोनों ने धर्मांतरण करते हुए बौद्ध धर्म की दीक्षा ली।
जानकारी के मुताबिक, साहिबाबाद की न्यू डिफेंस कॉलोनी में रहने वाले दो भाई हिमांशु कुमार (23) और अरुण कुमार (28) जिम ट्रेनर हैं। हिमांशु ने बताया कि मंगलवार 11 सितंबर को वह अपने भाई अरुण के साथ हनुमान मंदिर में चोला चढ़ाने गए थे। आरोप है कि मंदिर पहुंचते ही पुजारी ने उन्हें रोक दिया। पुजारी ने पूजा से रोका और विरोध पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर उन्हें धक्का देकर मंदिर से बाहर निकाल दिया। मामले में उन्होंने नजदीकी पुलिस चौकी को शिकायत दी। इसके बाद क्षेत्र के कई लोग पहुंचे और पंचायत हुई।
वहीं, आरोप है कि पुजारी ने गलती तो मानी, लेकिन भविष्य में दोबारा गलती होने की भी बात कही। इसके बाद लोगों ने आरोपित पुजारी को मंदिर की प्रबंध कमेटी से हटा दिया। हिमांशु और अरुण पुराना बस अड्डा स्थित आंबेडकर पार्क पहुंचे और बौद्ध धर्म के संत से दीक्षा ली। उन्होंने कहा कि वह भेदभाव से तंग आ गए थे।
यदि मंदिर में पूजा भी नहीं कर सकते तो धर्म बदलना ही बेहतर है। उन्होंने बौद्ध धर्म के नियमों का पालन करने की हामी भरी, जिसके बाद उन्हें प्रमाण-पत्र दिए गए। इस दौरान धर्मेंद्र बौद्ध, अजय सागर, शशि बौद्ध, तरंग, रोहित देव, अभिषेक, सीपी गौतम और राहुल समेत समेत कई लोग मौजूद रहे।