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युवाओं ने समझा पानी का मोल, कहा—शुरू में लेंगे आधा गिलास पानी

युवा वर्ग पानी का मोल समझने लगा है। दैनिक जागरण की मुहिम आधा गिलास पानी युवाओं के पास पहुंची तो सभी ने जल संरक्षण का संकल्प लिया।

By Edited By: Published: Fri, 28 Jun 2019 07:03 PM (IST)Updated: Sat, 29 Jun 2019 07:57 PM (IST)
युवाओं ने समझा पानी का मोल, कहा—शुरू में लेंगे आधा गिलास पानी

गुरुग्राम, जेएनएन। जल है तो ही कल संभव है। इसी संदेश को लोगों तक पहुंचाने के लिए दैनिक जागरण द्वारा आधा गिलास पानी की मुहिम चलाई जा रही है। शुक्रवार को यह मुहिम सेक्टर-14 स्थित दाना चोगा रेस्तरां और सिविल लाइंस स्थित होटल ग्रेशियस इन में चलाई गई। दाना चोगा रेस्तरां में जब लोगों ने टेबल पर आधा गिलास पानी पाया तो वे चौंक गए। दैनिक जागरण की टीम द्वारा आधा गिलास पानी की मुहिम की जानकारी दी गई। युवाओं में पानी के महत्व को समझा और जल संचयन कर संकल्प लिया। इस दौरान लोगों को बताया गया कि वे पानी का अनावश्यक प्रयोग न करें। जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। यदि इसी प्रकार जल का स्तर नीचे गिरता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब जल संकट विकराल रूप धारण कर लेगा। ऐसे में जागरूकता और सतर्कता बरतने की जरूरत है। यह पहल घर ही नहीं बल्कि अपने आफिस और अन्य जगहों पर भी की जानी चाहिए। लोगों को बताया गया कि वे गिलास में उतना ही पानी लें जितना पीना चाहते हैं। बिना वजह पानी को व्यर्थ न करें। घर के कार्य में भी पानी को ठीक से प्रयोग करें। आसपास के लोगों को भी जागरूक करें कि वे पानी को व्यर्थ न करें। जल संचयन कर भावी पीढ़ी को बेहतर पर्यावरण मिल पाएगा। प्राकृतिक संसाधनों को व्यर्थ कर धरा को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इसको रोकने की जरूरत है। दैनिक जागरण की मुहिम आधा गिलास पानी का मुख्य उद्देश्य पानी की व्यर्थता को रोकना है। इस दौरान लोगों ने पानी बचाने का संकल्प लिया। जल के बिना बेहतर भविष्य की कल्पना करना भी गलत है। लगातार पानी के गिरते स्तर को ठीक करने का समय आ गया है। ऐसे में लोगों को सतर्कता बरतने की जरूरत है। पानी को व्यर्थ होने से बचाना होगा तभी जल संरक्षण हो पाएगा। 

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 कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर पानी की किल्लत रहती है उनको जल का महत्व पता है, लेकिन जहां लोगों को आसानी से पानी उपलब्ध हो जाता है वहां पर उसकी बर्बादी शुरू कर दी जाती है। 

- आनंद वल्लभ, मैनेजर, दाना चोगा रेस्तरां 

गर्मियों में सबसे अधिक पानी की किल्लत होती है। इसके बावजूद भी लोग पानी के महत्व को नहीं समझते हैं। पानी की बर्बादी वर्तमान की मुख्य समस्या है। इसलिए जहां पर भी आपको बिना प्रयोग के ही पानी का नल खुला दिखे तुरंत उसको बंद कर दीजिए। आसपास के लोगों को पानी के अनावश्यक प्रयोग न करने के लिए जागरूक करें। यह पहल सिर्फ घर ही नहीं बल्कि ऑफिस, स्कूल, कॉलेज और रेस्तरां में भी होनी चाहिए।

- पंकज कुमार, मैनेजर, होटल ग्रेशियस इन


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