Boycott China: CTI ने सौरव गांगुली को लिखा खत, चीनी कंपनियों के साथ करार रद करे BCCI
Boycott China CTI के समन्वयक बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि हमने पत्र में BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली से मांग की है कि चीनी कंपनियों के साथ करार रद कर दिया जाए।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। Boycott China: भारत-चीन सीमा पर 15-16 जून की रात को हुए संघर्ष में 20 सैनिकों के शहीद होने के बाद देशभर में बवाल मचा हुआ है। लोग चीन से कदर नाराज हैं कि जगह-जगह चीन के सामानों का बहिष्कार तेज हो गया है। चीन के सामानों की देशभर होली जलाई जा रही है। ताजा मामले व्यापारियों के संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (Chamber of Trade and Industry) ने इस मुद्दे पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly, President of the Board of Control for Cricket in India) को पत्र लिखा है। CTI के समन्वयक बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि हमने पत्र में BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली से मांग की है कि चीनी कंपनियों के साथ करार रद कर दिया जाए।
गौरतलब है कि BCCI द्वारा संचालित इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) की मुख्य प्रायोजक मोबाइल फोन बनाने वाली चीन की कंपनी वीवो है।
इसके अलावा BCCI की घरेलू अंतरराष्ट्रीय सीरीज में पेटीएम मुख्य प्रायोजक है, जिसमें चीनी कंपनी अली बाबा ने पैसा लगाया हुआ है। उन्होंने कहा है कि अगर BCCI ने चीनी कंपनियों से करार रद नहीं किया तो दिल्ली समेत देश के सभी व्यापारी IPL समेत सभी घरेलू अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सीरीज का बहिष्कार करेंगे और इसके खिलाफ CTI अभियान भी चलाएगा।
CTI के महासचिव विष्णु भार्गव और सचिव गुरमीत अरोड़ा ने बताया कि लगभग 2200 करोड़ रूपये का वीवो के साथ 5 साल तक IPL का करार है। इसके अलावा लगभग 327 करोड़ रुपये का पेटीएम के साथ BCCI का करार है। चीनी कंपनी अली बाबा की पेटीएम में लगभग 37% हिस्सेदारी है।
बता दें कि देश के कई अन्य व्यापारिक संगठन भी चीनी सामानों के बहिष्कार की दिशा में अभियान चला रहे हैं। इसी कड़ी में एक व्यापारिक संगठन ने तो क्रिकेटर विराट कोहली को खत लिखकर चीनी सामानों के विज्ञापन नहीं करने की अपील की है।