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'ख़ालिस्तानी मानने वाले नहीं हैं!' बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित का राकेश टिकैत पर हमला

आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शुमार और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के हालिया बयान पर बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित ने जोरदार हमला बोला है। बॉलीवुड के जाने-माने निर्देशक अशोक पंडित ने राकेश टिकैत को लेकर कहा ख़ालिस्तानी मानने वाले नहीं हैं !

By Jp YadavEdited By: Published: Mon, 21 Jun 2021 01:32 PM (IST)Updated: Mon, 21 Jun 2021 01:32 PM (IST)
'ख़ालिस्तानी मानने वाले नहीं हैं!' बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित का राकेश टिकैत पर हमला
'ख़ालिस्तानी मानने वाले नहीं हैं!' बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित का राकेश टिकैत पर हमला

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। दिल्ली-एनसीआर के चारों बॉर्डर (शाहजहांपर, टीकरी, सिंघु और गाजीपुर) पर हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। 26 नंवबर से बॉर्डर पर जुटे प्रदर्शनकारी किसान तीनों केंद्रीय कृषि कानून को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं। इस बीच आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शुमार और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के हालिया बयान पर बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित ने जोरदार हमला बोला है। बॉलीवुड के जाने-माने निर्देशक अशोक पंडित ने राकेश टिकैत को लेकर कहा 'ख़ालिस्तानी मानने वाले नहीं हैं !'

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दरअसल, भाकियू नेता राकेश टिकैत ने पिछले दिनों पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि सरकार मानने वाली नहीं है। इलाज तो करना पड़ेगा। ट्रैक्टरों के साथ अपनी तैयारी रखो। जमीन बचाने के लिए आंदोलन तेज करना होगा। उस पर फिल्ममेकर अशोक पंडित ने ट्वीट कर जवाब दिया है- 'ख़ालिस्तानी मानने वाले नहीं हैं ! इलाज तो करना पड़ेगा ! सरकार को अपनी पूरी तैयारी रखनी चाहिये ! देश बचाने के लिए इनको सबक़ सिखाना ज़रूरी है !'

वहीं, राकेश टिकैत के इस बयान पर विमलेश बृजवाली नाम के शख्स ने भी ट्वीट किया है- 'प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने देश की मूल संस्कृति व मूल्यों की रोशनी में काम करते हुए ,देश के विकास की धारा बदली हैं और बदलते जा रहे हैं व देश मोदी जी के साथ खड़ा हैं!! ये आंदोलन वामपंथियों के रंग में रंगा हुआ हैं, ये स्वीकार हो नहीं सकता हैं!!'

26 जून को राजभवन पर धरना

किसानों ने आंदोलन के सात महीने पूरे होने पर आगामी 26 जून को देशभर में राजभवनों पर धरना देने की योजना बनाई है। संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha) ने कहा कि वे 26 जून को प्रदर्शन के दौरान काले झंडे दिखाएंगे और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन भेजेंगे। एसकेएम के किसान नेता इंद्रजीत सिंह ने कहा कि इस दिन को ‘‘खेती बचाओ, लोकतंत्र बचाओ दिवस’’ के रूप में मनाया जाएगा।

SKM का कहना है कि यह (26 जून) वह दिन भी है, जब 1975 में आपातकाल घोषित किया गया था और हम इसी दिन अपने आंदोलन के सात महीने पूरे करेंगे। तानाशाही के इस माहौल में खेती के साथ-साथ लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों पर भी हमला हुआ है। यह एक अघोषित आपातकाल है।


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