फरीदाबाद: तीन बहनों ने भाई के साथ लगाई फांसी, पढ़ें...सुसाइड नोट में लिखी पूरी बात
हम चारों भाई-बहन मीना, बीना, जया और प्रदीप सोच समझकर अपनी जान देने का फैसला कर रहे हैं, क्योंकि हम मम्मी-पापा और छोटे भाई संजू के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते थे।
फरीदाबाद, जेएनएन। फरीदाबाद से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां पर एक परिवार के चार सदस्यों ने फांसी लगाकर जान दे दी। मरने वालों में तीन बहनें व उनका भाई है। पूरा मामला सूरजकुंड थाना क्षेत्र के अंतर्गत दयालबाग कॉलोनी का है। मृतकों की उम्र 24 से 30 साल के बीच है। मामले में एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है, सुसाइड नोट में क्या लिखा......पढ़ें।
'हम चारों भाई-बहन मीना, बीना, जया और प्रदीप सोच समझकर अपनी जान देने का फैसला कर रहे हैं, क्योंकि हम अपने मम्मी-पापा और छोटे भाई संजू के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते थे। मम्मी को होटल राजहंस से एक लाख रुपये मिलने थे, जो समय रहते नहीं मिले। मम्मी व संजू के जाने के बाद होटल से 60,000 मिले थे। बाकी 40,000 रुपये होटल राजहंस वालों ने रोके थे, जिसमें से 10,000 रुपये हमें 11-10-18 को मिले थे। बाकी 30,000 रुपये जो कि बिजली के बिल (सूरजकुंड के क्वार्टर नंबर-8) के 30 जून 2018 तक के भुगतान के लिए होटल में जमा हैं। यदि भुगतान के बाद उसमें से बचे तो उन रुपयों में से तथा हमारी बाइक (डीएल-3एस-एएक्स- 9777) संजू के दोस्त उपेंद्र फोन नंबर (9958002165) को दे दिए जाएं, ताकि उपेंद्र से लिए 20,000 का कर्ज उतर जाए। जो उसने मुसीबत के समय में हमें दिए थे। घर का सामान आदि को बेचकर हमारा अंतिम संस्कार और क्यूआरजी हेल्थ सिटी, सेक्टर-16, अस्पताल में डायलिसिस विभाग के ब्रदर आरिफ को 6000 रुपये और ब्रदर अरविंद को 3500 फोन (9911594595) दे दिए जाएं। उन्होंने भी हमारी बड़ी मदद की थी। फादर रवि कोटा जी, संजू का कुछ सामान बेड, बीपी मशीन, 4 कंबल, व्हीलचीयर,.. मशीन, ड्रेसिंग का सामान, कुछ नए बर्तन, एक डिनर सेट की चेरिटी करवा दें। आपकी अति कृपा होगी।'
'इनवर्टर फादर चर्च के लिए रखें। बुरे समय में संजू के मित्रों ने, अंकल जोशी, आंटी जोशी, अर्चना सिस्टर, फादर सुमन व फादर रवि कोटा व होटल राजहंस के स्टाफ ने हमारी मदद की, उन सभी को ह्रदय से धन्यवाद। हमारी आखिरी विनती है कि हम चारों का अंतिम संस्कार बुराड़ी के कब्रिस्तान में ही किया जाए। मकान का किराया 10,000 रुपये इस माह 11.10.18 को कंट्रेक्टर राजकुमार को दे दिया है। रेंट एग्रीमेंट के समय हमने (3500+7000+7000) दिए थे, 7000 सिक्योरिटी + 7000 एडवांस, जो मकान मालिक से लेना है। पूछताछ के नाम पर किसी को भी परेशान न किया जाए। भविष्य में जो भी रुपये मम्मी के खाते में आ जाएं तो उन्हें फादर रवि कोटा को दे दिया जाए। 1.मीना मैथ्यूज-हस्ताक्षर 2.बीना मैथ्यूज-हस्ताक्षर 3.जया मैथ्यूज-हस्ताक्षर 4.प्रदीप मैथ्यूज-हस्ताक्षर'