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Rakesh Tikait को पांचवीं बार मिली जान से मारने की धमकी, पुलिस ने दर्ज किया मामला

Rakesh Tikait Death Threat तीनों कृषि कानूनों के विरोधी में यूपी गेट पर चल रहे प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को पांचवीं पर मोबाइल पर जान से मारने की धमकी मिली है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Sun, 05 Dec 2021 12:51 PM (IST)Updated: Sun, 05 Dec 2021 12:51 PM (IST)
Rakesh Tikait को पांचवीं बार मिली जान से मारने की धमकी, पुलिस ने दर्ज किया मामला
राकेश टिकैत को पांचवीं बार मिली धमकी

नई दिल्ली/ गाजियाबाद [अवनीश मिश्र]। Rakesh Tikait Death Threat: तीनों कृषि कानूनों के विरोधी में यूपी गेट पर चल रहे प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को पांचवीं पर मोबाइल पर जान से मारने की धमकी मिली है। उनकी सुरक्षा में तैनात मुख्य आरक्षी नितिन शर्मा ने कौशांबी थाने में मोबाइल नंबर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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नितिन शर्मा के मुताबिक बृहस्पतिवार रात में राकेश टिकैत के मोबाइल पर एक काल आई। उन्होंने उसे रिसीव किया। काल करने वाले ने बातचीत के दौरान राकेश टिकैत को गाली देते हुए जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने मामले की कौशांबी थाने में शिकायत दी। पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज करके छानबीन की जा रही है।

पहले भी मिल चुकी है धमकी

राकेश टिकैत की अगुवाई में यहां 28 नवंबर 2020 से यूपी गेट पर प्रदर्शन चल रहा है। उन्हें सबसे पहले दिसंबर 2020 में मोबाइल पर बिहार के भागलपुर के मानव मिश्रा ने धमकी दी। वह दबोचा गया। उसके बाद अप्रैल में फिरोजाबाद के युवक ने धमकी दी। उसके बाद मई 2020 में उन्हें दो बार फिर से मोबाइल पर धमकी मिली। अब पांचवीं बार दिसंबर में धमकी मिली है। पुलिस की छानबीन में आया है कि आरोपितों ने प्रदर्शन को लेकर ही उन्हें धमकी दी है। अन्य कोई रंजिश नहीं है।

प्रदर्शन जारी

यूपी गेट पर रविवार को भी प्रदर्शन जारी है। राकेश टिकैत ने यहां प्रदर्शनकारियों के साथ बैठक की। उनसे कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की सात दिसंबर को सिंघु बार्डर पर होने वाली बैठक में आगामी रणनीति तय होगी। बता दें कि केंद्र ने तीनों कृषि कानूनों को रद कर दिया है लेकिन आंदोलनकारी कई अन्य मांगों को लेकर धरना अभी तक खत्म नहीं किए हैं। 


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