'महिला दिवस के दिन पेश किए गए बजट में महिलाओं की सुरक्षा पर नहीं दिया ध्यान'
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि महिला दिवस के दिन पेश किए गए बजट में महिला सुरक्षा को लेकर कोई प्रावधान नहीं किया गया है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। भाजपा ने दिल्ली सरकार के बजट को निराश करने वाला बजट बताया है। पार्टी ने आम आदमी पार्टी (आप) विधायकों पर विधायी कार्यवाही के प्रति संवेदनशील नहीं होने का भी आरोप लगाया है। भाजपा का कहना है कि कोरम पूरा नहीं होने के कारण वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया को बजट पेश करने के लिए लगभग 15 मिनट तक इंतजार करना पड़ा।
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि महिला दिवस के दिन पेश किए गए बजट में महिला सुरक्षा को लेकर कोई प्रावधान नहीं किया गया है। इसी तरह नगर निगम चुनाव से पहले आए इस बजट में चौथे दिल्ली वित्त आयोग की सिफारिशों को लागू करने का कोई संकेत नहीं दिया गया है। इससे स्पष्ट है कि नगर निगमों की आर्थिक दुर्दशा पहले की तरह ही जारी रहेगी और आने वाले दिनों में दिल्ली की सफाई व्यवस्था में बड़ा सुधार संभव नहीं है। सरकार की बड़ी घोषित योजना मोहल्ला सभा पर भी बजट में कुछ नहीं कहा गया है।
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तिवारी ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र को 2100 करोड़ रुपये दिए गए हैं जिसमें से लगभग 1700 करोड़ बिजली कंपनियों को सब्सिडी में चला जाएगा। प्रदूषण की समस्या से निपटने एवं सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को मजबूत करने पर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया है। पिछले दो वर्षों में अस्पतालों में 90 बिस्तर कम हो गए हैं।
भाजपा का कहना है कि सत्ता में आने के दो वर्ष बाद भी सरकार फ्री वाई-फाई पर चर्चा करने से बच रही है तो दूसरी ओर नए कॉलेज एवं स्कूल अब तक नहीं बने। दिल्ली सरकार को यह बताना चाहिए कि 14 फरवरी, 2015 के बाद स्कूलों में कितने कमरों का निर्माण स्वीकृत कर उन पर काम शुरू किए गए हैं। 'आप' ने चुनाव में दो लाख सार्वजनिक शौचालय बनाने का वादा किया था, लेकिन उससे पीछे हटते हुए वित्त मंत्री ने पांच वर्षों में केवल 19 हजार शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा है।
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