'भ्रष्टाचार की संभावनाएं तलाश रही है 'आप', श्वेत पत्र जारी करे दिल्ली सरकार'
मनोज तिवारी ने कहा कि सिग्नेचर ब्रिज का 90 फीसद निर्माण कार्य पूरा हो गया, लेकिन केजरीवाल सरकार अब भ्रष्टाचार की संभावनाएं तलाशते हुए लागत राशि बढ़ाने में लगी हुई है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। 14 वर्षों में तो भगवान श्रीराम का भी वनवास पूरा हो गया था, लेकिन दिल्ली सरकार 14 वर्षों में सिग्नेचर ब्रिज का निर्माण तक पूरा नहीं करा सकी। यह देरी साफ तौर पर भ्रष्टाचार की ओर इशारा करती है। दिल्ली सरकार ब्रिज के निर्माण कार्य को लेकर एक माह में श्वेत पत्र जारी करे, वरना भाजपा बड़ा आंदोलन करेगी। रविवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं उत्तरी पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने खजूरी चौक पर हुए धरना-प्रदर्शन के दौरान यह हुंकार भरी।
भ्रष्टाचार की संभावनाएं तलाश रही है 'आप'
तिवारी ने कहा कि इस ब्रिज के निर्माण में अब तक जनता की गाढ़ी कमाई से डेढ़ हजार करोड़ रुपये खर्च हो गए, लेकिन अब तक लोगों को लाभ मिलना शुरू नहीं हुआ है। जब वह सांसद बने तो सिग्नेचर ब्रिज के निर्माण को लेकर गैमन इंडिया के अधिकारियों के साथ बैठक की। अधिकारियों ने आश्र्वासन दिया था कि सितंबर 2015 तक ब्रिज का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। उनके प्रयास से 90 फीसद निर्माण कार्य पूरा भी हो गया, लेकिन केजरीवाल सरकार अब भ्रष्टाचार की संभावनाएं तलाशते हुए लागत राशि बढ़ाने में लगी हुई है।
दिल्ली सरकार को जगाने का काम करेगी भाजपा
मनोज तिवारी ने कहा कि यही कारण है जिसकी वजह से 10 फीसद निर्माण कार्य अटक गया है। काम में देरी से आम जनता को रोजाना जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है, लेकिन दिल्ली सरकार को इसकी सुध नहीं है। इसलिए अब भाजपा दिल्ली सरकार को जगाने का काम करेगी।
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